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हमीरपुर। सरीला तहसील क्षेत्र के पुरैनी गांव के देशी शराब ठेके पर राठ क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक संतोष कुमार शुक्ला ने बीते दिनो छापा मारा। इस दुकान से मप्र से लाई गई शराब बरामद कर ली। साथ ही आबकारी अधिकारी बच्चालाल को इसकी जानकारी दी। आरोप है कि लेकिन बाद में ठेकेदार से 25 हजार रुपए लेकर मामले को रफा दफा किए जाने का कुचक्र रचा गया। लेकिन दोनो अधिकारियों के बीच तालमेल नहीं बैठ सका।
हालत यह हुई कि सोमवार की देर शाम दोनो अधिकारियों के बीच जमकर मुहांचाही हुई। इसी को लेकर दोनों पक्ष अपर जिलाधिकारी से शिकायत करने पहुंच गए। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि आबकारी अधिकारी बच्चालाल का कहना है कि ठेकेदार से लिए गए रुपयों के चलते इंसपेक्टर केस को दबाना चाह रहे थे। जब उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की बात कही तो उनके साथ अभद्रता की। उधर निरीक्षक का कहना है कि आबकारी अधिकारी खुद इस मामले को निपटाना चाहते थे। नहीं तो वह पकड़ने वाले दिन ही एफआईआर दर्ज करा देते। एडीएम ने बताया कि ठेकेदार से लिए गए 25 हजार रुपए वापस कर दिए गए हैं। जिसे ठेकेदार ने लिखित पत्र देकर स्वीकार किया है। उन्होंने इस मामले की गंभीरता को देखकर आबकारी आयुक्त को यथास्थिति की रिपोर्ट भेजते हुए कार्रवाई के लिए लिखा है। साथ ही बताया कि आबकारी निरीक्षक क ो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
हमीरपुर। सरीला तहसील क्षेत्र के पुरैनी गांव के देशी शराब ठेके पर राठ क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक संतोष कुमार शुक्ला ने बीते दिनो छापा मारा। इस दुकान से मप्र से लाई गई शराब बरामद कर ली। साथ ही आबकारी अधिकारी बच्चालाल को इसकी जानकारी दी। आरोप है कि लेकिन बाद में ठेकेदार से 25 हजार रुपए लेकर मामले को रफा दफा किए जाने का कुचक्र रचा गया। लेकिन दोनो अधिकारियों के बीच तालमेल नहीं बैठ सका।
हालत यह हुई कि सोमवार की देर शाम दोनो अधिकारियों के बीच जमकर मुहांचाही हुई। इसी को लेकर दोनों पक्ष अपर जिलाधिकारी से शिकायत करने पहुंच गए। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि आबकारी अधिकारी बच्चालाल का कहना है कि ठेकेदार से लिए गए रुपयों के चलते इंसपेक्टर केस को दबाना चाह रहे थे। जब उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की बात कही तो उनके साथ अभद्रता की। उधर निरीक्षक का कहना है कि आबकारी अधिकारी खुद इस मामले को निपटाना चाहते थे। नहीं तो वह पकड़ने वाले दिन ही एफआईआर दर्ज करा देते। एडीएम ने बताया कि ठेकेदार से लिए गए 25 हजार रुपए वापस कर दिए गए हैं। जिसे ठेकेदार ने लिखित पत्र देकर स्वीकार किया है। उन्होंने इस मामले की गंभीरता को देखकर आबकारी आयुक्त को यथास्थिति की रिपोर्ट भेजते हुए कार्रवाई के लिए लिखा है। साथ ही बताया कि आबकारी निरीक्षक क ो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।