हमीरपुर। सुमेरपुर विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत भौंरा के रोजगार सेवक ने 14 माह से मानदेय न देने से परेशान होकर सोमवार को अमरण अनशन पर बैठ गया। कलेक्ट्रेट स्थित चौकी के सिपाहियों ने इस अनशनकारी को हटाने का प्रयास किया।
ग्राम पंचायत भौंरा के रोजगार सेवक शिवनरेश साहू ने बताया कि उसे अक्तूबर 2011 से मानदेय नहीं दिया जा रहा है। न ही ग्राम पंचायत से संबंधित कोई भी अभिलेख दिए जा रहे है। कहा कि ग्राम प्रधान द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि रोजगार सेवक कार्य नहीं कर रहा है। पीड़ित रोजगार सेवक ने जिलाधिकारी सहित विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखकर समस्याओं के निस्तारण किए जाने की गुहार लगाता रहा। लेकिन उसकी समस्याओं को निस्तारित नही किया गया। इसी के चलते वह सोमवार से आमरण अनशन करने को मजबूर है। इसी के चलते वह कलेक्ट्रेट स्थित गोल चबूतरे पर आमरण अनशन शुरू कर दिया। लेकिन स्थानीय पुलिस चौकी के सिपाहियों ने उसे अनशन की अनुमति न होने की बात कहकर हटाने का प्रयास किया। लेकिन रोजगार सेवक ने कहा कि उसने एक सप्ताह पहले अनशन किए जाने का प्रार्थना दे चुका है और वह आमरण अनशन यहीं पर करेगा।
हमीरपुर। सुमेरपुर विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत भौंरा के रोजगार सेवक ने 14 माह से मानदेय न देने से परेशान होकर सोमवार को अमरण अनशन पर बैठ गया। कलेक्ट्रेट स्थित चौकी के सिपाहियों ने इस अनशनकारी को हटाने का प्रयास किया।
ग्राम पंचायत भौंरा के रोजगार सेवक शिवनरेश साहू ने बताया कि उसे अक्तूबर 2011 से मानदेय नहीं दिया जा रहा है। न ही ग्राम पंचायत से संबंधित कोई भी अभिलेख दिए जा रहे है। कहा कि ग्राम प्रधान द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि रोजगार सेवक कार्य नहीं कर रहा है। पीड़ित रोजगार सेवक ने जिलाधिकारी सहित विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखकर समस्याओं के निस्तारण किए जाने की गुहार लगाता रहा। लेकिन उसकी समस्याओं को निस्तारित नही किया गया। इसी के चलते वह सोमवार से आमरण अनशन करने को मजबूर है। इसी के चलते वह कलेक्ट्रेट स्थित गोल चबूतरे पर आमरण अनशन शुरू कर दिया। लेकिन स्थानीय पुलिस चौकी के सिपाहियों ने उसे अनशन की अनुमति न होने की बात कहकर हटाने का प्रयास किया। लेकिन रोजगार सेवक ने कहा कि उसने एक सप्ताह पहले अनशन किए जाने का प्रार्थना दे चुका है और वह आमरण अनशन यहीं पर करेगा।