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हमीरपुर। मौदहा तहसील में एकल खिड़की संचालन के मामले में सोमवार को मौदहा बार एसोसिएशन के अधिवक्ता जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह की अगुवाई में डीएम से मिले और ज्ञापन दिया। ज्ञापन में एसोसिएशन ने तहसील कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और माहौल बिगाड़ने व लेखपालों को तैनाती क्षेत्रों में न रहने के भी आरोप लगाए। डीएम ने अधिवक्ताओं को एकल खिड़की के संचालन में सहयोग करने को कहा।
मौदहा तहसील में आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए लोकवाणी केंद्र की स्थापना कर एकल खिड़की शुरू की गई। इस खिड़की पर आवेदन करने वाले प्रार्थना पत्रों पर लेखपाल सीधे रिपोर्ट लगाकर जमा करने लगे। जिस पर अधिवक्ताओं ने विरोध किया और तहसील कर्मियाें पर प्रमाण पत्रों के बनाने के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाकर अपने को सही साबित करने में जुटे हैं। विवाद इतना बढ़ा कि 23 जनवरी को अधिवक्ताओं ने तहसीलदार का घेराव कर एकल खिड़की बंद करा दी। जिस पर एसडीएम मौके पर पहुंचकर एकल खिड़की फिर शुरू करा दी। इसके बाद एक लेखपाल की तहरीर पर एकल खिड़की बंद कराने पर अज्ञात अधिवक्ताओं के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसी से आहत अधिवक्ताओं ने सोमवार को जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह की अगुवाई में मौदहा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल कुद्दूस, सफी अहमद, विजय सिंह यादव, रामगोपाल पाल, ओमप्रकाश तिवारी व अब्दुल फारूख खां ने डीएम को ज्ञापन दिया। अधिवक्ताओं ने कहा कि लेखपाल, अमीन तैनाती क्षेत्रों में न रहकर तहसील में ही चक्कर लगाते है। जिससे ग्रामीणों का काम रुका है। डीएम ने अधिवक्ताओं से वार्ता करते हुए कहा कि एकल खिड़की का संचालन जनहित में शासन की मंशानुरूप कराया जा रहा है। अगर इसमें किसी ने अवरोध डाला तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जब अधिवक्ताओं ने झूठी लिखी गई एफआईआर को वापस लेने की बात कही तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
लेखपालों को समर्थन
सरीला। उप्र लेखपाल संघ की तहसील इकाई ने उपजिलाधिकारी प्रबुद्ध सिंह ज्ञापन देकर मौदहा में लेखपालों पर एकल खिड़की के लिए अवैधानिक तरीके से दबाव बनाने की निंदा की गई। आवश्यकता पड़ने पर मौदहा से लेखपालों को समर्थन दिया जाएगा। ज्ञापन देने में तहसील इकाई के सचिव सुनील कुमार पटेल, अध्यक्ष रामशरण मिश्रा मौजूद रहे।
हमीरपुर। मौदहा तहसील में एकल खिड़की संचालन के मामले में सोमवार को मौदहा बार एसोसिएशन के अधिवक्ता जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह की अगुवाई में डीएम से मिले और ज्ञापन दिया। ज्ञापन में एसोसिएशन ने तहसील कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और माहौल बिगाड़ने व लेखपालों को तैनाती क्षेत्रों में न रहने के भी आरोप लगाए। डीएम ने अधिवक्ताओं को एकल खिड़की के संचालन में सहयोग करने को कहा।
मौदहा तहसील में आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए लोकवाणी केंद्र की स्थापना कर एकल खिड़की शुरू की गई। इस खिड़की पर आवेदन करने वाले प्रार्थना पत्रों पर लेखपाल सीधे रिपोर्ट लगाकर जमा करने लगे। जिस पर अधिवक्ताओं ने विरोध किया और तहसील कर्मियाें पर प्रमाण पत्रों के बनाने के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाकर अपने को सही साबित करने में जुटे हैं। विवाद इतना बढ़ा कि 23 जनवरी को अधिवक्ताओं ने तहसीलदार का घेराव कर एकल खिड़की बंद करा दी। जिस पर एसडीएम मौके पर पहुंचकर एकल खिड़की फिर शुरू करा दी। इसके बाद एक लेखपाल की तहरीर पर एकल खिड़की बंद कराने पर अज्ञात अधिवक्ताओं के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसी से आहत अधिवक्ताओं ने सोमवार को जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह की अगुवाई में मौदहा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल कुद्दूस, सफी अहमद, विजय सिंह यादव, रामगोपाल पाल, ओमप्रकाश तिवारी व अब्दुल फारूख खां ने डीएम को ज्ञापन दिया। अधिवक्ताओं ने कहा कि लेखपाल, अमीन तैनाती क्षेत्रों में न रहकर तहसील में ही चक्कर लगाते है। जिससे ग्रामीणों का काम रुका है। डीएम ने अधिवक्ताओं से वार्ता करते हुए कहा कि एकल खिड़की का संचालन जनहित में शासन की मंशानुरूप कराया जा रहा है। अगर इसमें किसी ने अवरोध डाला तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जब अधिवक्ताओं ने झूठी लिखी गई एफआईआर को वापस लेने की बात कही तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
लेखपालों को समर्थन
सरीला। उप्र लेखपाल संघ की तहसील इकाई ने उपजिलाधिकारी प्रबुद्ध सिंह ज्ञापन देकर मौदहा में लेखपालों पर एकल खिड़की के लिए अवैधानिक तरीके से दबाव बनाने की निंदा की गई। आवश्यकता पड़ने पर मौदहा से लेखपालों को समर्थन दिया जाएगा। ज्ञापन देने में तहसील इकाई के सचिव सुनील कुमार पटेल, अध्यक्ष रामशरण मिश्रा मौजूद रहे।