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यात्रा में छूट न मिलने पर विकलांगों का हो हल्ला
Hamirpur
Updated Sat, 13 Oct 2012 12:00 PM IST
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कहीं भी, कभी भी।
हमीरपुर। रोडवेज बसों में एक विकलांग को नि:शुल्क यात्रा की छूट न मिलने पर शुक्रवार को विकलांगों ने रोडवेज बस स्टैंड में हो हल्ला किया। इसके बाद समस्याओं का ज्ञापन प्रभारी जिलाधिकारी आरसी श्रीवास्तव को सौंपा।
शुक्रवार को मुस्करा विकासखंड क्षेत्र के खड़ेही लोधन निवासी धरमपाल, राठ डिपो की बस से विकलांग पेंशन के लिए मुख्यालय आ रहा था। उसने आरोप लगाया कि परिचालक ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया और साथ ही टिकट बना दिया। मुख्यालय पहुंचने के बाद जब विकलांग धर्मपाल ने इसकी जानकारी अपने विकलांग साथी रघुनाथ विश्वकर्मा, हरीशंकर, नरपत सिंह, मूलचंद्र, निशादेवी, जितेंद्र, रमाशंकर, विश्वनाथ सिंह, मनीराम, शिवदानी, फूलप्रसाद, सलीम बाबू सहित अन्य साथियों को दी। इसके बाद सभी एकत्र होकर रोडवेज बस स्टैंड में जमकर हो हल्ला किया और इसके बाद प्रभारी जिलाधिकारी आरसी श्रीवास्तव को ज्ञापन देकर संबंधित परिचालक के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की। विकलांगो ने कहा कि उन्हें समान अवसर, अधिकार, सरंक्षण चाहिए। परिवहन निगम के चालक परिचालकों द्वारा उन्हें हेय दृष्टि देखा जा रहा है। कहा कि यदि वह विकलांग को यात्रा कराते हैं तो उन दया नही कर रहे हैं। विकलांगों को दया नहीं अधिकार चाहिए। यदि रवैए में सुधार नहीं किया जाता तो विकलांग मजबूर होकर इनके खिलाफ मोर्चा खोल सकता है। दरअसल रोडवेज बसों में नि:शुल्क यात्रा करने के लिए विकलांगों को प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ती है। परिचालकों के अनुसार शत प्रतिशत विकलांग होने पर ही यात्रा की सुविधा देने की बात कही जाती है।
हमीरपुर। रोडवेज बसों में एक विकलांग को नि:शुल्क यात्रा की छूट न मिलने पर शुक्रवार को विकलांगों ने रोडवेज बस स्टैंड में हो हल्ला किया। इसके बाद समस्याओं का ज्ञापन प्रभारी जिलाधिकारी आरसी श्रीवास्तव को सौंपा।
शुक्रवार को मुस्करा विकासखंड क्षेत्र के खड़ेही लोधन निवासी धरमपाल, राठ डिपो की बस से विकलांग पेंशन के लिए मुख्यालय आ रहा था। उसने आरोप लगाया कि परिचालक ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया और साथ ही टिकट बना दिया। मुख्यालय पहुंचने के बाद जब विकलांग धर्मपाल ने इसकी जानकारी अपने विकलांग साथी रघुनाथ विश्वकर्मा, हरीशंकर, नरपत सिंह, मूलचंद्र, निशादेवी, जितेंद्र, रमाशंकर, विश्वनाथ सिंह, मनीराम, शिवदानी, फूलप्रसाद, सलीम बाबू सहित अन्य साथियों को दी। इसके बाद सभी एकत्र होकर रोडवेज बस स्टैंड में जमकर हो हल्ला किया और इसके बाद प्रभारी जिलाधिकारी आरसी श्रीवास्तव को ज्ञापन देकर संबंधित परिचालक के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की। विकलांगो ने कहा कि उन्हें समान अवसर, अधिकार, सरंक्षण चाहिए। परिवहन निगम के चालक परिचालकों द्वारा उन्हें हेय दृष्टि देखा जा रहा है। कहा कि यदि वह विकलांग को यात्रा कराते हैं तो उन दया नही कर रहे हैं। विकलांगों को दया नहीं अधिकार चाहिए। यदि रवैए में सुधार नहीं किया जाता तो विकलांग मजबूर होकर इनके खिलाफ मोर्चा खोल सकता है। दरअसल रोडवेज बसों में नि:शुल्क यात्रा करने के लिए विकलांगों को प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ती है। परिचालकों के अनुसार शत प्रतिशत विकलांग होने पर ही यात्रा की सुविधा देने की बात कही जाती है।