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गोरखपुर। दो माह तक के लिए शहर के सभी सरकारी विभागों के गेस्ट हाउस जिला प्रशासन के कब्जे में रहेंगे। इस दरमियान संबंधित विभाग के अफसरों को भी अगर गेस्ट हाउस की जरूरत पड़ती है तो उन्हें प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ेगी। इन गेस्ट हाउसों के अधिग्रहण की तैयारी शुरू कर दी गई है। यह कार्रवाई लोकसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही है। वहीं सर्किट हाउस में नेताओं की इंट्री पर रोक लगा दी गई है। चुनाव तक सिर्फ उन्हीं मंत्री, विधायक या किसी नेता को सर्किट हाउस में कमरा मिल सकेगा जिन्हें जेड श्रेणी आदि की विशेष सुरक्षा प्राप्त है।
जिला प्रशासन की ओर से शुक्रवार से संबंधित विभागों को पत्र लिखकर 24 मार्च से 16 मई तक उनके गेस्ट हाउस के अधिग्रहण की सूचना दी जानी शुरू कर दी गई है। जिन विभागों के गेस्ट हाउस अधिग्रहित किए जा रहे हैं, उनमें लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, गन्ना विभाग, पर्यटन विभाग और मेडिकल कॉलेज समेत कुल 19 विभाग शामिल हैं।
दरअसल चुनाव के मद्देनजर बड़ी संख्या में फोर्स और शासन के अफसर शहर में होंगे। इनके अलावा बड़े नेताओं का भी दौरा होगा। उनके ठहरने आदि में कोई दिक्कत न हो इसलिए इन गेस्ट हाउस को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है।
गोरखपुर। दो माह तक के लिए शहर के सभी सरकारी विभागों के गेस्ट हाउस जिला प्रशासन के कब्जे में रहेंगे। इस दरमियान संबंधित विभाग के अफसरों को भी अगर गेस्ट हाउस की जरूरत पड़ती है तो उन्हें प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ेगी। इन गेस्ट हाउसों के अधिग्रहण की तैयारी शुरू कर दी गई है। यह कार्रवाई लोकसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही है। वहीं सर्किट हाउस में नेताओं की इंट्री पर रोक लगा दी गई है। चुनाव तक सिर्फ उन्हीं मंत्री, विधायक या किसी नेता को सर्किट हाउस में कमरा मिल सकेगा जिन्हें जेड श्रेणी आदि की विशेष सुरक्षा प्राप्त है।
जिला प्रशासन की ओर से शुक्रवार से संबंधित विभागों को पत्र लिखकर 24 मार्च से 16 मई तक उनके गेस्ट हाउस के अधिग्रहण की सूचना दी जानी शुरू कर दी गई है। जिन विभागों के गेस्ट हाउस अधिग्रहित किए जा रहे हैं, उनमें लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, गन्ना विभाग, पर्यटन विभाग और मेडिकल कॉलेज समेत कुल 19 विभाग शामिल हैं।
दरअसल चुनाव के मद्देनजर बड़ी संख्या में फोर्स और शासन के अफसर शहर में होंगे। इनके अलावा बड़े नेताओं का भी दौरा होगा। उनके ठहरने आदि में कोई दिक्कत न हो इसलिए इन गेस्ट हाउस को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है।