गोरखपुर। जिले के निलंबित हुए करीब 100 सफाईकर्मियों एवं उनके घरवालों के लिए राहत देने वाली सूचना है। जल्द ही इन सभी के बहाल हो जाने की उम्मीद है। डीएम ने इसके लिए निर्देश जारी कर दिया है और डीपीआरओ कार्यालय में इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।
डीएम ने डीपीआरओ और पीडी को ऐसे सफाईकर्मियों की काउंसिलिंग कर उन्हें बहाल करने का निर्देश दिया है। काउंसिलिंग के दौरान उनसे इस बात का प्रमाणपत्र भी लिया जाएगा कि वे दोबारा अपने कार्य के प्रति लापरवाही नहीं बरतेंगे और अगर ऐसा हुआ तो उन्हें पुन: निलंबित कर दिया जाए। इसके अलावा डीएम ने इन सफाईकर्मियों को उनके घरेलू ब्लाक को छोड़कर दूसरे ब्लाकों में ही तैनात करने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिलने या फिर गांव में सफाई व्यवस्था खराब मिलने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी। करीब तीन दर्जन सफाईकर्मी तो विधानसभा चुनाव के दौरान ही निलंबित हो गए थे। प्रेक्षक और जोनल मजिस्ट्रेट के निरीक्षण में जिन बूथों पर गंदगी मिली थी, वहां के सफाईकर्मी को उसी दिन निलंबित कर दिया गया था।
इसी तरह डीएम ने सभी ब्लाकों में समान संख्या में सफाईकर्मियों की तैनाती का निर्देश दिया है। बताया जा रहा है कि नजदीक के ब्लाकों में इनकी संख्या दूर के ब्लाकों से ज्यादा है। किसी गांव में तीन-चार सफाईकर्मी तैनात किए गए हैं तो किसी में एक। डीएम ने ऐसे सभी ब्लाकों की सूची बनाने का निर्देश दिया है जहां अधिक या कम संख्या में इनकी तैनाती की गई है। सूची तैयार होने के बाद अधिक संख्या वाले ब्लाकों के सफाईकर्मियों को कम संख्या वाले ब्लाकों में ट्रांसफर किया जाएगा।
गोरखपुर। जिले के निलंबित हुए करीब 100 सफाईकर्मियों एवं उनके घरवालों के लिए राहत देने वाली सूचना है। जल्द ही इन सभी के बहाल हो जाने की उम्मीद है। डीएम ने इसके लिए निर्देश जारी कर दिया है और डीपीआरओ कार्यालय में इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।
डीएम ने डीपीआरओ और पीडी को ऐसे सफाईकर्मियों की काउंसिलिंग कर उन्हें बहाल करने का निर्देश दिया है। काउंसिलिंग के दौरान उनसे इस बात का प्रमाणपत्र भी लिया जाएगा कि वे दोबारा अपने कार्य के प्रति लापरवाही नहीं बरतेंगे और अगर ऐसा हुआ तो उन्हें पुन: निलंबित कर दिया जाए। इसके अलावा डीएम ने इन सफाईकर्मियों को उनके घरेलू ब्लाक को छोड़कर दूसरे ब्लाकों में ही तैनात करने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिलने या फिर गांव में सफाई व्यवस्था खराब मिलने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी। करीब तीन दर्जन सफाईकर्मी तो विधानसभा चुनाव के दौरान ही निलंबित हो गए थे। प्रेक्षक और जोनल मजिस्ट्रेट के निरीक्षण में जिन बूथों पर गंदगी मिली थी, वहां के सफाईकर्मी को उसी दिन निलंबित कर दिया गया था।
इसी तरह डीएम ने सभी ब्लाकों में समान संख्या में सफाईकर्मियों की तैनाती का निर्देश दिया है। बताया जा रहा है कि नजदीक के ब्लाकों में इनकी संख्या दूर के ब्लाकों से ज्यादा है। किसी गांव में तीन-चार सफाईकर्मी तैनात किए गए हैं तो किसी में एक। डीएम ने ऐसे सभी ब्लाकों की सूची बनाने का निर्देश दिया है जहां अधिक या कम संख्या में इनकी तैनाती की गई है। सूची तैयार होने के बाद अधिक संख्या वाले ब्लाकों के सफाईकर्मियों को कम संख्या वाले ब्लाकों में ट्रांसफर किया जाएगा।