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गोरखपुर। नगर निगम अपनी किसी भी सेवा के लिए जीएसटी नहीं लेता है लेकिन डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन कराने वाली प्राइवेट फर्म जीएसटी के नाम पर लोगों से वसूली कर रही है। बिलंदपुर में रहने वाले लोगों से इस सुविधा के लिए 60 की जगह 80 रुपये वसूले जा रहे हैं। यही नहीं, मोहल्ले में ही रह रहे नगर निगम के मुख्य लेखा परीक्षक इसरार को भी इतने का ही रसीद थमा दिया गया है। पूछने पर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों का कहना है कि जीएसटी की वजह से रेट बढ़ गया है।
नगर निगम ने एक साल पहले शहर के 10 वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की योजना शुरू की थी। बाद में वार्डों की संख्या बढ़ाकर 20 की गई और तीसरे चरण में इसमें 35 वार्ड शामिल कर लिए गए। इन वार्डों के तकरीबन 60 फीसदी घरों से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य किया जा रहा है। तय हुआ था कि कूड़ा निस्तारण में लगे कर्मचारियों के वेतन के खर्च के तौर पर प्रत्येक घर से 60 रुपये लिए जाएंगे, मगर बुधवार को बिलंदपुर कालोनी के लोगों को 80 रुपये का बिल थमा दिया गया।