पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं अब आठवीं पास करने के बाद घर नहीं बैठेंगे। अब इनको पास के राजकीय, अशासकीय, सहायता प्राप्त विद्यालयों में दाखिला दिलाया जाएगा। शासन की ओर से शिक्षा में सुधार सहित सभी को शिक्षा मिले, इसे लेकर निर्देश जारी किया गया है। पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र आठवीं पास करने के बाद पढ़ाई छोड़कर किसी काम में लग जाते है।
ऐसे छात्रों को नौवीं कक्षा में दाखिला दिलाने को लेकर डीआईओएस व बीएसए संयुक्त रूप से इस पर पहल करेंगे। इसके लिए दोनों ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों व प्रधानाध्यापकों को इसमें सहभागिता करने के लिए निर्देश जारी कर दिया है। खंड शिक्षाधिकारी आठवीं पास बच्चों की सूची तैयार कर उनके घर जाएंगे। उनके अभिभावकों को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगे। बालिकाओं के शत-प्रतिशत प्रवेश कराने पर विशेष जोर रहेगा। वहीं विद्यालयों के प्रधानाध्यापक भी इसमें सहयोग करेंगे।
पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं अब आठवीं पास करने के बाद घर नहीं बैठेंगे। अब इनको पास के राजकीय, अशासकीय, सहायता प्राप्त विद्यालयों में दाखिला दिलाया जाएगा। शासन की ओर से शिक्षा में सुधार सहित सभी को शिक्षा मिले, इसे लेकर निर्देश जारी किया गया है। पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र आठवीं पास करने के बाद पढ़ाई छोड़कर किसी काम में लग जाते है।
ऐसे छात्रों को नौवीं कक्षा में दाखिला दिलाने को लेकर डीआईओएस व बीएसए संयुक्त रूप से इस पर पहल करेंगे। इसके लिए दोनों ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों व प्रधानाध्यापकों को इसमें सहभागिता करने के लिए निर्देश जारी कर दिया है। खंड शिक्षाधिकारी आठवीं पास बच्चों की सूची तैयार कर उनके घर जाएंगे। उनके अभिभावकों को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगे। बालिकाओं के शत-प्रतिशत प्रवेश कराने पर विशेष जोर रहेगा। वहीं विद्यालयों के प्रधानाध्यापक भी इसमें सहयोग करेंगे।