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दुल्लहपुर। कारोबार के सिलसिले में सोमवार को दुल्लहपुर से बनारस गए दो सराफा भाइयों को घंटों पुलिस की जलालत झेलनी पड़ी। दस हजार रुपये देने पर पुलिस ने उन्हें थाने से मुक्त किया। ऐसा आरोप लगाते हुए दोनों भाइयों ने अपने परिजनों के साथ सर्राफा व्यापार मंडल से शिकायत की है। हालांकि आदमपुर थानाध्यक्ष विनोद यादव का कहना है कि उन्हें इस तरह की कोई जानकारी नहीं है। किसी से रुपये नहीं लिए गए हैं। थाने पर किसी ने शिकायत नहीं की है। इस मामले में सराफा मंडल के पदाधिकारी जल्द ही आईजी से मिलकर शिकायत करेंगे।
दुल्लहपुर में अशोक वर्मा की सराफा दुकान है। उनके दो पुत्र सूरज वर्मा और रोशन वर्मा दुकान में हाथ बंटाते हैं। उनका आरोप है कि सोमवार को दोनों भाई हजारों रुपये नकदी तथा एक किलो चांदी लेकर बनारस स्थित सर्राफा मंडी के लिए गए थे। आदमपुर थाने से होकर जब वह रिक्शे से मंडी की ओर जा रहेे थे, तभी पिकेट ड्यूटी के पास खड़े दो सिपाहियों ने रिक्शे को रोक लिया। पूछा कि बैग में क्या है। इस पर दोनों भाइयों ने पुलिस को साफ-साफ बताते हुए बैग में एक किलो चांदी होने की बात कही। यह सुनकर दोनों पुलिसकर्मी दोनों को थाने ले गए और बंद कर दिया। यही नहीं उनसे मोबाइल भी छीन लिया। दोनों पुलिसकर्मियों का कहना था कि बड़े साहब से बात हो गई है, मामला सेलटैक्स चोरी से जुड़ा है। इसलिए 15-15 हजार रुपये देने पर ही छोड़ा जाएगा। काफी देर तक दोनों हवालात में ही रहे। बाद में दस हजार रुपये लेकर पुलिस ने दोनों को मुक्त किया। वहां से घर लौटकर दोनों ने इसकी जानकारी परिजनों को दी। मंगलवार को परिजनों ने इसकी शिकायत सर्राफा व्यापार मंडल के पदाधिकारियों से की। मामले को गंभीरता से लेते हुए सर्राफा व्यापार मंडल ने इस मामले में आईजी से मिलकर शिकायत करने का निर्णय लिया है।
दुल्लहपुर। कारोबार के सिलसिले में सोमवार को दुल्लहपुर से बनारस गए दो सराफा भाइयों को घंटों पुलिस की जलालत झेलनी पड़ी। दस हजार रुपये देने पर पुलिस ने उन्हें थाने से मुक्त किया। ऐसा आरोप लगाते हुए दोनों भाइयों ने अपने परिजनों के साथ सर्राफा व्यापार मंडल से शिकायत की है। हालांकि आदमपुर थानाध्यक्ष विनोद यादव का कहना है कि उन्हें इस तरह की कोई जानकारी नहीं है। किसी से रुपये नहीं लिए गए हैं। थाने पर किसी ने शिकायत नहीं की है। इस मामले में सराफा मंडल के पदाधिकारी जल्द ही आईजी से मिलकर शिकायत करेंगे।
दुल्लहपुर में अशोक वर्मा की सराफा दुकान है। उनके दो पुत्र सूरज वर्मा और रोशन वर्मा दुकान में हाथ बंटाते हैं। उनका आरोप है कि सोमवार को दोनों भाई हजारों रुपये नकदी तथा एक किलो चांदी लेकर बनारस स्थित सर्राफा मंडी के लिए गए थे। आदमपुर थाने से होकर जब वह रिक्शे से मंडी की ओर जा रहेे थे, तभी पिकेट ड्यूटी के पास खड़े दो सिपाहियों ने रिक्शे को रोक लिया। पूछा कि बैग में क्या है। इस पर दोनों भाइयों ने पुलिस को साफ-साफ बताते हुए बैग में एक किलो चांदी होने की बात कही। यह सुनकर दोनों पुलिसकर्मी दोनों को थाने ले गए और बंद कर दिया। यही नहीं उनसे मोबाइल भी छीन लिया। दोनों पुलिसकर्मियों का कहना था कि बड़े साहब से बात हो गई है, मामला सेलटैक्स चोरी से जुड़ा है। इसलिए 15-15 हजार रुपये देने पर ही छोड़ा जाएगा। काफी देर तक दोनों हवालात में ही रहे। बाद में दस हजार रुपये लेकर पुलिस ने दोनों को मुक्त किया। वहां से घर लौटकर दोनों ने इसकी जानकारी परिजनों को दी। मंगलवार को परिजनों ने इसकी शिकायत सर्राफा व्यापार मंडल के पदाधिकारियों से की। मामले को गंभीरता से लेते हुए सर्राफा व्यापार मंडल ने इस मामले में आईजी से मिलकर शिकायत करने का निर्णय लिया है।