गाजीपुर। रजदेपुर स्थित कपड़ा मंडी अहाते में एक शाम जश्न-ए-आजादी के नाम मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। साबिक लोहियावी के नातेपाक से शुरू हुए इस कार्यक्रम में कवियों एवं शायरों समारोह में समां बांध दिया।
वाराणसी से आए समर बनारसी ने बुझा दो शोलए नफरत जला दो शम्मे उलफत और बादशाह राही ने हम हिंदुस्तानी हैं से किया। सुप्रिया शबनम ने ‘ख्बाब आंखों में कहा जाके सजाएं’ से वाहवाही लूटी तो मिथलेश गहमरी ने ‘धरती पर जलाओ की गगन में करो रोशन’ रचना सुनाकर कार्यक्रम को ऊंचाई प्रदान की। विशिष्ट अतिथि सीओ जमानिया कमल किशोर हातवी ने ‘सितारे क्या हैं ये खुर्शिदों माहताब है क्या’ पेश कर लोगों को सोचने पर विवश कर दिया। अमिताभ राय राजहंस लखनवी नेखूब गुदगुदाया। मनोहर सिंह मनोहर, सैफी सलेमपुर, अजीज गाजीपुर, प्रिंस गाजीपुरी, शाद सलिमी, संज्ञा तिवारी, डा. विमला मिश्र, आबिद महुवी, नईम आजमी आदि ने रचनाएं प्रस्तुत की । सदारत कर रहे सैय्यद इब्रतुल्लाह ने भी अपनी रचना ‘आदमी यूं तो हर जगह है मगर, सबसे अच्छा वतन में लगता है’ से वाहवाही लूटी। मुख्य अतिथि एडीएम रविशंकर गुप्त तथा विशिष्ट अतिथि सीओ जमानिया कमलकिशोर हातवी का गुलपोशी और अंगवस्त्रम से स्वागत किया गया। कुमारी शाफिया ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। संचालन जख्मी ताजपुरी और मुख्तार मासूम ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में बादशाह राही, वीसी राय, आसिफ खां, आकिब खां, मो. अली, पप्पू, फजले अली, ताजदार हुसैन ने सहयोग किया। आयोजक नदीम असगर और अर्जुन सिंह ने आभार व्यक्त किया।