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गाजीपुर। न कड़ाके की ठंड और न ही भूख और प्यास की चिंता। दिलो दिमाग और चेहरे पर सिर्फ और सिर्फ सैनिक बनने का जुनून। वह भी देश सेवा के लिए। रविवार को मिर्जापुर से जैसे-तैसे गाजीपुर पहुंचे सेना अभ्यर्थियों के यही जज्बात थे। जहां जगह मिली, उसी को उन्होंने अपना रैन बसेरा बना लिया और भर्ती के महाकुंभ में चितकबरी वर्दी पाने की ललक पूरी करने के लिए अभ्यर्थी दिन भर अभ्यास करते देखे गए।
बहुप्रतीक्षित सेना भर्ती का महाकुंभ सोमवार से शुरू होगा। पहले दिन मिर्जापुर जिले के अभ्यर्थियों को मौका दिया गया है। रविवार की सुबह से ही अभ्यर्थियों का गाजीपुर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। रोडवेज की बसें रहीं हों या फिर प्राइवेट बस और ट्रेेन, अभ्यर्थी ठसाठस भरे हुए थे। ऐसे में गोराबाजार का क्षेत्र में अभ्यर्थियों का रेला उमड़ता दिखा। जगह-जगह अभ्यर्थी डेरा डाले हुए थे। कोई पीजी कालेज गेट के पास जमीन पर लेटा हुआ था तो कोई दुकानों के सामने बरामदे में। अभ्यर्थियों में गजब उत्साह भी था। मिर्जापुर के जिगना स्टेशन गौरा गांव के अभ्यर्थी हेमंत सिंह, अमित सिंह ने बताया कि रविवार की भोर में ही उठ कर वह घर से निकले। बताया कि यह पता था कि भर्ती 28 जनवरी को है लेकिन मौसम की बेरुखी और आवागमन में तरह-तरह की बाधाओं को देखते हुए एक दिन पहले ही गाजीपुर पहुंचना उचित समझा गया। बताया कि ठंड तो है लेकिन जहां जगह मिल गई है, वहीं पर अपना डेरा तंबू डाल दिया है। भर्ती मेले में जाने से पहले तक अभ्यास किया जाएगा। उनका कहना था कि किसी अन्य नौकरी के लिए उन्होंने कोई प्रयास नहीं किया है। सेना भर्ती के लिए पिछले दो वर्ष से निरंतर अभ्यास करता रहा हूं।
ऐसा इस लिए कि सैनिक बनने की लालसा उनमें बचपन से रही है। सैनिकों की बहादुरी देख और सुनकर ही उनके मन में सैनिक बनने का ख्याल आया है। घर वाले भी इसके लिए उनका भरपूर सहयोग करते रहे हैं। उनका कहना था कि देश सेवा से बढ़कर कोई और सेवा नहीं है। इस लिए सैनिक बनने के लिए वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते।
गाजीपुर। न कड़ाके की ठंड और न ही भूख और प्यास की चिंता। दिलो दिमाग और चेहरे पर सिर्फ और सिर्फ सैनिक बनने का जुनून। वह भी देश सेवा के लिए। रविवार को मिर्जापुर से जैसे-तैसे गाजीपुर पहुंचे सेना अभ्यर्थियों के यही जज्बात थे। जहां जगह मिली, उसी को उन्होंने अपना रैन बसेरा बना लिया और भर्ती के महाकुंभ में चितकबरी वर्दी पाने की ललक पूरी करने के लिए अभ्यर्थी दिन भर अभ्यास करते देखे गए।
बहुप्रतीक्षित सेना भर्ती का महाकुंभ सोमवार से शुरू होगा। पहले दिन मिर्जापुर जिले के अभ्यर्थियों को मौका दिया गया है। रविवार की सुबह से ही अभ्यर्थियों का गाजीपुर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। रोडवेज की बसें रहीं हों या फिर प्राइवेट बस और ट्रेेन, अभ्यर्थी ठसाठस भरे हुए थे। ऐसे में गोराबाजार का क्षेत्र में अभ्यर्थियों का रेला उमड़ता दिखा। जगह-जगह अभ्यर्थी डेरा डाले हुए थे। कोई पीजी कालेज गेट के पास जमीन पर लेटा हुआ था तो कोई दुकानों के सामने बरामदे में। अभ्यर्थियों में गजब उत्साह भी था। मिर्जापुर के जिगना स्टेशन गौरा गांव के अभ्यर्थी हेमंत सिंह, अमित सिंह ने बताया कि रविवार की भोर में ही उठ कर वह घर से निकले। बताया कि यह पता था कि भर्ती 28 जनवरी को है लेकिन मौसम की बेरुखी और आवागमन में तरह-तरह की बाधाओं को देखते हुए एक दिन पहले ही गाजीपुर पहुंचना उचित समझा गया। बताया कि ठंड तो है लेकिन जहां जगह मिल गई है, वहीं पर अपना डेरा तंबू डाल दिया है। भर्ती मेले में जाने से पहले तक अभ्यास किया जाएगा। उनका कहना था कि किसी अन्य नौकरी के लिए उन्होंने कोई प्रयास नहीं किया है। सेना भर्ती के लिए पिछले दो वर्ष से निरंतर अभ्यास करता रहा हूं।
ऐसा इस लिए कि सैनिक बनने की लालसा उनमें बचपन से रही है। सैनिकों की बहादुरी देख और सुनकर ही उनके मन में सैनिक बनने का ख्याल आया है। घर वाले भी इसके लिए उनका भरपूर सहयोग करते रहे हैं। उनका कहना था कि देश सेवा से बढ़कर कोई और सेवा नहीं है। इस लिए सैनिक बनने के लिए वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते।