मुहम्मदाबाद। कोतवाली क्षेत्र के यूसुफपुर बाजार में दिनदहाड़े पैसा लूटने की नियत से अढ़तिया गिरधारी कमलापुरी की हत्या के दो सप्ताह बाद भी पुलिस हत्यारों का पता लगाने में पूरी तरह से विफल रही है। पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि पुलिस हत्यारों के काफी नजदीक पहुंच गई है, लेकिन व्यापारी के परिजनों के असहयोग के चलते पुलिस अपराधियों को पकड़ने से परहेज कर रही है।
11 जून को अढ़तिया गिरधारी कमलापुरी की दिन में 10 बजे उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह अपने भतीजे आशुतोष के साथ मोटरसाइकिल से यूनियन बैंक की स्थानीय शाखा में पैसा जमा करने जा रहे थे। केशरी मोड़ पर पहले से घात लगाकर बैठे अपराधी व्यापारी की मोटरसाइकिल रोककर पैसे से भरा बैग छीनने लगे। गुत्थम-गुत्था में पैसा न मिलने पर गिरधारी को गोली मारकर फरार हो गए। व्यापारी के भतीजे आशुतोष ने खूब अच्छी तरह से अपराधियों को देखा था। उस समय उसने पुलिस के अधिकारियों को यह बयान भी दिया था कि अपराधियों में से एक को वह पहचानता है, लेकिन अब वह अपने बयान से पलट गया है। घर वालों के दबाव में आकर कहने लगा है कि वह किसी को देख नहीं पाया। दिनदहाड़े हुई इस घटना को दजनों लोगों ने अपनी आंखों से देखा, लेकिन अपराधियों के भय से हर कोई उनकी शिनाख्त करने से बच रहा है। परिजनों के असहयोगात्मक रवैये के चलते पुलिस को इस हत्याकांड का पर्दाफाश करने में काफी विलंब हो रहा है। कोतवाली प्रभारी सीबी सिंह ने बताया कि पुलिस हत्याकांड का जल्द से जल्द खुलासा करने के लिए प्रयासरत है। उम्मीद है कि चुनाव पूर्व ही अपराधी धर-दबोचे जाएंगे।