गाजीपुर। निकाय चुनाव फतह करने के लिए प्रत्याशी चुनावी नैया में सवार हो गए हैं। खेवनहार के रूप में उनके समर्थक भी चप्पू चलाकर चुनावी नदी पार करने में जुट गए हैं। किसकी चुनावी नाव सकुशल नदी पार कर लेगी और किसकी डूबेगी यह तो मतगणना के बाद ही पता चलेगा, लेकिन प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
चार जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया सात जून से शुरु है। जैसे-जैसे चुनाव की तिथि नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे चुनावी मैदान में कूदे प्रत्याशियों की धड़कनें भी तेज होती जा रही हैं। जीत हासिल करने के लिए मतदाताओं की घेरेबंदी शुरु कर दी गई है। सुबह से लेकर शाम तक प्रत्याशी मतदाताओं के घरों का दरवाजा खटखटा रहे हैं। उनके समर्थक भी पूरी लगन के साथ लगे हुए हैं। समर्थकों और प्रत्याशियों का मेल-मिलाप देखते ही बन रहा है। जनसंपर्क के दौरान एक तरफ जहां चुनाव लड़ने वाले हाथ जोड़कर मतदाताओं से वोट की बिनती कर रहे हैं, वहीं उनके समर्थक उन्हें पंपलेट थमा कर अपने नेता के लिए वोट मांग रहे हैं। माननीय बनने के लिए एसी में रहने वाले भी तेज धूप में घूमकर वोट की भीख मांग रहे हैं। एक तरफ जहां अध्यक्ष पद के प्रत्याशी जीत हासिल करने के लिए मतदाताओं के घरों की परिक्रमा कर रहे हैं, वहीं सभासद पद के प्रत्याशी भी चुनाव फतह करने के लिए वार्डों में विचरण कर रहे हैं।
गाजीपुर। निकाय चुनाव फतह करने के लिए प्रत्याशी चुनावी नैया में सवार हो गए हैं। खेवनहार के रूप में उनके समर्थक भी चप्पू चलाकर चुनावी नदी पार करने में जुट गए हैं। किसकी चुनावी नाव सकुशल नदी पार कर लेगी और किसकी डूबेगी यह तो मतगणना के बाद ही पता चलेगा, लेकिन प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
चार जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया सात जून से शुरु है। जैसे-जैसे चुनाव की तिथि नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे चुनावी मैदान में कूदे प्रत्याशियों की धड़कनें भी तेज होती जा रही हैं। जीत हासिल करने के लिए मतदाताओं की घेरेबंदी शुरु कर दी गई है। सुबह से लेकर शाम तक प्रत्याशी मतदाताओं के घरों का दरवाजा खटखटा रहे हैं। उनके समर्थक भी पूरी लगन के साथ लगे हुए हैं। समर्थकों और प्रत्याशियों का मेल-मिलाप देखते ही बन रहा है। जनसंपर्क के दौरान एक तरफ जहां चुनाव लड़ने वाले हाथ जोड़कर मतदाताओं से वोट की बिनती कर रहे हैं, वहीं उनके समर्थक उन्हें पंपलेट थमा कर अपने नेता के लिए वोट मांग रहे हैं। माननीय बनने के लिए एसी में रहने वाले भी तेज धूप में घूमकर वोट की भीख मांग रहे हैं। एक तरफ जहां अध्यक्ष पद के प्रत्याशी जीत हासिल करने के लिए मतदाताओं के घरों की परिक्रमा कर रहे हैं, वहीं सभासद पद के प्रत्याशी भी चुनाव फतह करने के लिए वार्डों में विचरण कर रहे हैं।