गाजीपुर। हुसैनपुर के पीसीएफ केंद्र प्रभारी को बिचौलियों के माध्यम से गेहूं खरीदना महंगा पड़ गया। जिलाधिकारी के निर्देश पर की गई जांच में खुलासा होने पर उनके निलंबन की संस्तुति की गई है। उन्होंने गेहूं खरीदने के लिए व्यापारियों का भी सहारा लिया है। जिससे सरकारी गेहूं खरीद को झटका लगा है।
जिले में गेहूं क्रय केंद्रों को लेकर जिला प्रशासन काफी गंभीर है। हर केंद्र का निरीक्षण भी किया जा रहा है। बावजूद इसके शिकायतों में इजाफा हो रहा है। पिछले दिनों जिलाधिकारी प्रभुएन सिंह से सदर ब्लाक के हुसैनपुर पीसीएफ केंद्र से जुड़े किसानों ने शिकायत किया था कि केंद्र प्रभारी हम लोगों का गेहूं नहीं खरीद रहे हैं। यहां पर बिचौलियों के माध्यम से गेहूं खरीदा जा रहा है। इसको गंभीरता से लेते हुए डीएम ने जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन कर दिया। बीते 31 मई को तीन अधिकारियों ने केंद्र पर पहुंच कर जांच शुरू की तो काफी गड़बड़ियां प्रकाश में आई। पीसीएफ केंद्र के प्रभारी ने गेहूं खरीद की जो रिपोर्ट भेजी थी, उसके मुताबिक 22 सौ कुंतल गेहूं की खरीद हुई थी। जबकि उन्होंने केंद्र के रजिस्टर पर 51 सौ कुंतल खरीद दिखाई थी। जब गोदाम प्रभारी से पूछा गया तो पता चला कि यहां 61 सौ कुंतल गेहूं जमा होने के लिए आया है। अधिकारियों ने रिपोर्ट देखकर अपना माथा पीट लिया। यही नहीं प्रभारी ने जिन किसानों के नाम से गेहूं की खरीद दिखाई है उसमें भी काफी घालमेल हुआ है। जब एसडीएम सदर ने लेखपालों को संबंधित गांवों के किसानों के पास भेजा तो पता चला कि संबंधित केंद्र पर किसानों ने गेहूं बेचा ही नहीं है। किसानों ने लेखपालों को बताया कि हम लोगों ने आढ़तियों के माध्यम से गेहूं की बिक्री की है। केंद्र प्रभारी का दावा झूठा है। इसकी जानकारी देते हुए जांच समिति के अध्यक्ष एवं सदर एसडीएम एके सिंह ने बताया कि पीसीएफ केंद्र हुसैनपुर में काफी गड़बड़ी मिली है। कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट डीएम को प्रेषित कर दी गई है। पीसीएफ प्रबंधक राधेश्याम ने बताया कि प्रभारी अयोध्या राय के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई शुरू की जा रही है।