सैदपुर/देवकली। सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के धुवार्जुन नहर पुलिया के पास शुक्रवार की अलसुबह गोलियों से छलनी कर हिस्ट्रीशीटर दल शृंगार राजभर की हत्या कर दी गई। हमलावरों ने एक मामले में पंचायत कराने के लिए फोन करके उसे घर से बुलाया था। वारदात को अंजाम देनेे के बाद हमलावर बाइक से भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। हत्या की वारदात से सैदपुर कोतवाली क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
मुर्तजीपुर गांव का रहने वाला दल शृंगार राजभर (55) सैदपुर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर था। बताया गया है कि वह घूम-घूम कर क्षेत्र में मामलों की पंचायत करता था। पंचायत करने के लिए उसके घर पर पिछले तीन दिन से दो युवक आ रहे थे। शुक्रवार की सुबह पंचायत के लिए जाने का समय तय था। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पंचायत करने के बहाने शुक्रवार की अलसुबह हिस्ट्रीशीटर के मोबाइल पर फोन कर उसे धुवार्जुन नहर पुलिया के पास बुलाया गया। फोन आने के बाद जब हिस्ट्रीशीटर पुलिया के पास पहुंचा तभी बाइक पर सवार एक बदमाश ने उसे बैठा लिया। बताया गया है कि बाइक सवार बवरवां गांव की ओर गया। पुलिया से करीब डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर पहुंचते ही वहां पहले से एक बाइक पर सवार दो बदमाशों ने हिस्ट्रीशीटर को रुकने का इशारा किया। मामला समझ कर हिस्ट्रीशीटर बाइक से कूद पड़ा और अपनी जान बचाने के लिए भागने लगा। इस पर दोनों बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने दौड़ा-दौड़ा कर गोलियां दागनी शुरू कर दी। करीब पांच गोली लगने से हिस्ट्रीशीटर ने दम तोड़ दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर भाग निकले। गोलियाें की आवाज सुनकर जब आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो हिस्ट्रीशीटर मृत मिला। सूचना पर सीओ सैदपुुर तेज स्वरूप दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना करके शव को कब्जे में ले लिया। सीओ का कहना था कि मृतक की पत्नी जिउती देवी ने बताया कि सामने आने पर वह पंचायत के लिए घर आए दो बदमाशों को पहचान सकती है। उसका कहना था कि पिछले दो दिन से दो युवक उसके घर पर पंचायत के लिए आ रहे थे। वारदात में उनका ही हाथ होगा। सीओ ने बताया कि मृतक की पत्नी की तहरीर पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हत्या के पीछे जुड़े कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। अभी हत्या का कारण स्पष्ट नहीं है। मृतक का पुत्र मुंबई में नौकरी करता है जबकि उसके दो पुत्रियों की शादी हो चुकी है। हत्या की सूचना पर मौका-ए-वारदात पर ग्रामीणों की भीड़ जुटी हुई थी।