भदौरा। विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे माले कार्यकर्ताओं का सब्र का बांध उस समय टूट गया जब घंटों बैठने के बाद भी कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। जिससे आक्रोशित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भदौरा बस स्टैंड के सामने चक्का जाम कर दिया। जाम से लोगों को काफी परेशान होना पड़ा। हालांकि मौके पर पहुंचे एसडीएम जमानियां को ज्ञापन सौंपने के बाद कार्यकर्ताओं का गुस्सा शांत हुआ।
अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा माले के कार्यकर्ताओं ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत ब्लाक मुख्यालय पर धरना दिया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि योजना आयोग के गरीब के मापदंड को वापस लेने की मांग की गई। कार्यकर्ताओं ने सभी गरीबों का नाम बीपीएल मतदाता सूची में शामिल करने की मांग की। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संगठन के राज्य संयोजक ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि मनमोहन सरकार महंगाई के लिए जिम्मेदार है। पूरे देश में महंगाई से हाहाकार मचा हुआ है। बीपीएल सूची में गरीबों का नाम नहीं शामिल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो मनमोहन सरकार और योजना आयोग का मापदंड है उस आधार गरीब लोग बीपीएल सूची से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना में मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है। मजदूूरों को पावती के आधार पर मजदूरी दी जाए। उन्होंने कहा कि गरीबोें की चार सूत्रीय मांगों को लेकर हम लोगों का धरना चल रहा है। उन्होंने चेताया कि 31 मई को भारत बंद आंदोलन में रेल रोको, सड़क जाम करो आंदोलन के माध्यम से केंद्र की मनमोहन सरकार विरोध किया जाएगा। यह धरना 11 बजे से 4 बजे तक चला। जब कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं आया तो सभी कार्यकर्ता भदौरा बस स्टैंड पहुंचकर चक्काजाम कर दिए। बाद में तहसीलदार और एसडीएम के मौके पर पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर विजय कुमार, सत्येंद्र कुमार, गोरख राजभर, विजयी वनवासी, ललिता देवी, राजेंद्र वनवासी, रमाशंकर राजभर, सदानंद मौर्य, सोहन वर्मा आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता दुखी पासी एवं संचालन रामप्रवेश मौर्य ने किया।