सैदपुर। प्रदेश सरकार की नीतियों को आम जनता तक सही ढंग से पहुंचाने की कवायद में अब आला अधिकारी भी सक्रिय नजर आ रहे हैं। मंगलवार को वाराणसी के कमिश्नर चंचल कुमार तिवारी ने अचानक यहां आ धमके तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और गेहूं क्रय केन्द्र का गहनता से निरीक्षण किया। इन केंद्रों की व्यवस्था देख कर वह काफी असंतुष्ट दिखे। बताया कि अस्पताल गरिमा के अनुरूप नहीं है तथा क्रय केंद्र पर भी तमाम गड़बड़िया हैं। उन्होंने प्रभारियों को सुधार के लिए एक सप्ताह की मोहलत दी। इस दौरान जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी बालमयंक मिश्रा, उपजिलाधिकारी सुरेंद्र दत्त सिंह समेत कई अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।
साफ सफाई पर जताई नाराजगी
नगर में पहुंचते ही कमिश्नर साहब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच गए। वहां सबसे पहले उन्होंने ओपीडी का निरीक्षण किया। मरीजों के बैठने की व्यवस्था और चिकित्सकों की जांच की प्रणाली को देख कर उनकी भौंहे तन गईं। बिना कुछ प्रतिक्रिया दिए ही वह पैथालाजी की ओर बढ़ गए। वहां व्याप्त गंदगी देख कर आखिर उनका सब्र टूट गया और वह भड़क गए। गंदी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने पूछताछ किया। सर्जरी विभाग में कई रजिस्टर ऐसे थे जिन पर कोई रिकार्ड दर्ज नहीं किया गया था। इसके बाद वह ओटी में गए। वहां रखे उपकरणों को देखा। इसके बाद उन्होंने भरती मरीजों से बातचीत की। बिस्तर, चादर, नाश्ता और खाना आदि के बारे में पूछताछ किया लेकिन उनके उत्तर तथा व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हुए। इसके बाद नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक एसपी सिंह समेत सभी कर्मचारियों पर जम कर नाराजगी दिखाई। कहा कि यह अस्पताल कहीं से गरिमा के अनुरूप नहीं दिख रहा है। व्यवस्था में सुधार लाने के लिए एक सप्ताह की मोहलत देते हुए उन्होंने साफ-साफ कहा कि आगे गलती पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।