गाजीपुर। सदर कोतवाली के मछलीबाजार निगाहीबेग में शुक्रवार की रात बेरहमी से पिटाई कर एक टेंपो चालक की हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश उसका शव मुस्तफाबाद स्थित एमएच इंटर कालेज के पास खाली मैदान में लिटाकर भाग निकले। चालक की कमर तथा अंदरूनी हिस्से में चोट के निशान पाए गए हैं। परिजनों ने कुछ लोगों पर शक जताते हुए पुलिस को हत्या की तहरीर दी है। पुलिस मामले को सड़क दुर्घटना के रूप में लेते हुए छानबीन कर रही है।
मछलीबाजार निगाहीबेग निवासी दलित सुरेश राम का 18 वर्षीय पुत्र सोनू टेंपो चलाता था। बताया गया है कि पिछले दो दिन से वह घर नहीं आया था। शनिवार सुबह जब मोहल्ले के कुछ लोग नमाज पढ़ने जा रहे थे तभी उनकी नजर मुस्तफाबाद स्थित एमएच इंटर कालेज के पास खाली मैदान पर पड़ी। वहां एक युवक को लेटा देखा। पास जाने पर युवक मृत मिला। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। युवक के शव पर चद्दर डाली गई थी तथा सिर के नीचे बाकायदा तकिया भी लगाई गई थी। पुलिस के आने के बाद लोगों ने शव की शिनाख्त टेंपो चालक सोनू राम के रूप में की। पुलिस की पूछताछ में परिजनों का कहना था कि दो दिन पूर्व उसे कुछ लोग घर से बुलाकर ले गए थे। हत्या में उनका ही हाथ हो सकता है। मौके पर जुटे लोग दबी जुबान हत्या के पीछे आशानाई की भी चर्चा कर रहे थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया। इसके बाद परिजनों ने कुछ लोगों पर शक जताते हुए हत्या की तहरीर दी। सीओ मुकेश चंद मिश्र का कहना था कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस कार्रवाई करेगी लेकिन जांच में अभी हत्या की बात पर पुलिस को संदेह प्रतीत हो रहा है।
इनसेट
घर का कमाऊ था सोनू
गाजीपुर। मछली बाजार निगाहीबेग निवासी सुरेश राम के पांच पुत्रों में सोनू राम सबसे बड़ा था और घर का कमाऊ पूत भी। टेंपो चलाकर वह अपना और परिवार का खर्च चलाता था। उसकी हत्या होने से परिजनों पर पहाड़ टूट पड़ा है। शव से लिपट कर परिजन फूट-फूट कर रो रहे थे। उनका कहना था कि सोनू बेकसूर था। दरिंदों ने उसके साथ ऐसा क्यों किया। रो-बिलख रहे परिजनों को लोग ढांढस भी बंधा रहे थे लेकिन उनके आंसू थम नहीं रहे थे। थमे भी कैसे जब खून के प्यासे दरिंदों ने उनके लखते जिगर की हत्या कर दी।
गाजीपुर। सदर कोतवाली के मछलीबाजार निगाहीबेग में शुक्रवार की रात बेरहमी से पिटाई कर एक टेंपो चालक की हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश उसका शव मुस्तफाबाद स्थित एमएच इंटर कालेज के पास खाली मैदान में लिटाकर भाग निकले। चालक की कमर तथा अंदरूनी हिस्से में चोट के निशान पाए गए हैं। परिजनों ने कुछ लोगों पर शक जताते हुए पुलिस को हत्या की तहरीर दी है। पुलिस मामले को सड़क दुर्घटना के रूप में लेते हुए छानबीन कर रही है।
मछलीबाजार निगाहीबेग निवासी दलित सुरेश राम का 18 वर्षीय पुत्र सोनू टेंपो चलाता था। बताया गया है कि पिछले दो दिन से वह घर नहीं आया था। शनिवार सुबह जब मोहल्ले के कुछ लोग नमाज पढ़ने जा रहे थे तभी उनकी नजर मुस्तफाबाद स्थित एमएच इंटर कालेज के पास खाली मैदान पर पड़ी। वहां एक युवक को लेटा देखा। पास जाने पर युवक मृत मिला। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। युवक के शव पर चद्दर डाली गई थी तथा सिर के नीचे बाकायदा तकिया भी लगाई गई थी। पुलिस के आने के बाद लोगों ने शव की शिनाख्त टेंपो चालक सोनू राम के रूप में की। पुलिस की पूछताछ में परिजनों का कहना था कि दो दिन पूर्व उसे कुछ लोग घर से बुलाकर ले गए थे। हत्या में उनका ही हाथ हो सकता है। मौके पर जुटे लोग दबी जुबान हत्या के पीछे आशानाई की भी चर्चा कर रहे थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया। इसके बाद परिजनों ने कुछ लोगों पर शक जताते हुए हत्या की तहरीर दी। सीओ मुकेश चंद मिश्र का कहना था कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस कार्रवाई करेगी लेकिन जांच में अभी हत्या की बात पर पुलिस को संदेह प्रतीत हो रहा है।
इनसेट
घर का कमाऊ था सोनू
गाजीपुर। मछली बाजार निगाहीबेग निवासी सुरेश राम के पांच पुत्रों में सोनू राम सबसे बड़ा था और घर का कमाऊ पूत भी। टेंपो चलाकर वह अपना और परिवार का खर्च चलाता था। उसकी हत्या होने से परिजनों पर पहाड़ टूट पड़ा है। शव से लिपट कर परिजन फूट-फूट कर रो रहे थे। उनका कहना था कि सोनू बेकसूर था। दरिंदों ने उसके साथ ऐसा क्यों किया। रो-बिलख रहे परिजनों को लोग ढांढस भी बंधा रहे थे लेकिन उनके आंसू थम नहीं रहे थे। थमे भी कैसे जब खून के प्यासे दरिंदों ने उनके लखते जिगर की हत्या कर दी।