भांवरकोल। बसपा नेता अपहरणकांड के मामले में फरार आरोपी प्रधान, उनके भाई अतुल राय सहित अन्य आरोपियों की तलाश में बीते मंगलवार की रात पुलिस ने छापेमारी कर प्रधान के घर पर जमकर तांडव किया। प्रधान के समर्थकों ने भांवरकोल पुलिस पर ऐसा ही आरोप लगाते हुए प्रधान के घर में तोड़फोड़ करने के साथ लूटपाट और डकैती डालने की बात कह रहे हैं। इस घटना को लेकर बुधवार को बीरपुर गांव में एकजुट हुए प्रधान के समर्थकों में जबरदस्त गुस्सा देखा गया।
छात्रवृत्ति के मामले में विवाद होने के बाद बसपा नेता लक्ष्मणराम का अपहरण बीरपुर गांव के प्रधान पवन राय, उनके भाई अतुल राय के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। इस मामले में बसपा नेता की पत्नी ने प्रधान, उनके भाई सहित दस अज्ञात लोगों के खिलाफ भांवरकोल थाने में अपहरण सहित कई अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। बसपा नेता के घर वापस आने के बाद से ही पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में बनारस के बाद बीते मंगलवार की रात मुहम्मदाबाद सीओ के नेतृत्व में चार थानों की पुलिस फोर्स ने बीरपुर गांव में प्रधान के घर पर दबिश दी लेकिन आरोपी पकड़े नहीं जा सके। प्रधान के समर्थकों तथा कौएद पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अपहरणकांड के मामले में भांवरकोल पुलिस ने जानबूझ कर प्रधान को आरोपी बनाया है। पुलिस के भय से प्रधान पूरे परिवार सहित पलायन कर गए हैं। इसलिए मंगलवार को छापेमारी के बहाने आई पुलिस ने प्रधान के घर में कई घंटे तक तांडव किया। पुलिस ने बताया कि कुर्की के तहत यह कार्रवाई की जा रही है जबकि अदालत से पुलिस को ऐसा कोई आदेश प्राप्त नहीं है। बावजूद इसके घर में लगे एसी, फ्रिज, कूलर, टीवी, कुर्सी, मेज, आलमारी, वर्तन सहित अन्य कीमती सामानों को तोड़ कर पुलिस ने नष्ट ही नहीं कर दिया बल्कि नकदी, जेवरात सहित अन्य कीमती सामान भी ले गई। तमाम सामान घर के बाहर फेंक दिए। इससे प्रधान की पूरी गृहस्थी नष्ट हो गई है। तोड़फोड़ में हजारों रुपये मूल्य का सामान नष्ट हुआ है।
वहीं इस संबंध में पूछे जानेे पर थानाध्यक्ष भांवरकोल एमपी सिंह का कहना था कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बीते मंगलवार की रात को पुलिस ने प्रधान के घर पर दबिश जरूर दी थी। लेकिन पुलिस ने कोई तोड़फोड़ नहीं की है। घटना के बारे में एसपी डीके चौधरी का कहना था कि फरार आरोपियों की तलाश में जब पुलिस छापेमारी करती है, उस पर लूटपाट और तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया जाता रहा है। ऐसे में पुलिस पीछे हटने वाली नहीं है।