गाजीपुर। जिलाधिकारी प्रभुएन सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को जिले के गेहूं क्रय केंद्रों की समीक्षा की। इस दौरान डीएम ने किसानों को गलत जानकारी देने के आरोप में जंगीपुर एवं मरदह के मार्केटिंग इंस्पेक्टर को पुलिस के हवाले कर दिया। डीएम की इस कार्रवाई से इंस्पेक्टरों में हड़कंप मचा हुआ है।
सदर उपजिलाधिकारी एके सिंह ने पिछले दिनों जंगीपुर एवं मरदह गेंहूू क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान दोनों क्रय केंद्र बंद पाए गए थे। इसको गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी प्रभुएन सिंह को सौंपी थी । उन्होंने अपने पत्र में लिखा था कि संबंधित केेंद्र प्रभारी की ओर से किसानों में यह सूचना प्रचारित की गई है कि गेहूं सिर्फ आढ़तियों के माध्यम से खरीदा जाएगा। इससे यह लगता है कि वह प्राइवेट लोगों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं। मंगलवार को जिलाधिकारी प्रभुएन सिंह अपने आवास पर सभी उपजिलाधिकारियों एवं केंद्र प्रभारियों की बैठक में इसे गंभीरता से लिया और संबंधित केंद्र प्रभारी एसपी सरोज को पुलिस के हवाले कर दिया। साथ ही पुलिस को निर्देश दिया कि मार्केटिंग इंस्पेक्टर के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। डीएम के इस फैसले से सभी अधिकारी हैरान रह गए। डीएम ने सख्त लहजे में कहा कि गेहूं खरीद में किसी भी प्रकार की लापरवाही मिली तो संबंधित प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि एसडीएम रोजाना केेंद्रों का निरीक्षण कर आख्या प्रस्तुत करें। सबसे पहले छोटे किसानों से खरीदारी की जाए और उनके मोबाइल नंबर भी रजिस्टर में दर्ज किए जाएं। इस दौरान सभी उपजिलाधिकारी मौजूद रहे।वहीं मार्केंटिंग इंस्पेक्टर का कहना था कि जिस दिन एसडीएम ने निरीक्षण किया था, उस समय वह मरदह केंद्र पर थे। एसडीएम के निरीक्षण की सूचना पर जब वह जंगीपुर पहुंचे तो एसडीएम वहां से मरदह जा चुके थे। इसमें उनका कोई दोष नहीं था।