दुबिहां/ करीमुददीनपुर। थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव में हुई घटना में पुलिस की कार्रवाई से खफा लोगों का गुस्सा आखिरकार मंगलवार को फूट ही पड़ा। कौमी एकता दल के संस्थापक एवं पूर्व सांसद अफजाल अंसारी तथा भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व में कौएद एवं भासपा कार्यकर्ताओं ने करीमुद्दीनपुर थाने को घेर लिया। करीब ढाई घंटे तक चले घेराव-प्रदर्शन के बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम तथा क्षेत्राधिकारी मुहम्मदाबाद को चार सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया। अधिकारीद्वय के आश्वासन पर घेराव आंदोलन समाप्त हुआ। बता दें गोविंदपुर गांव में कुछ दबंगों ने राजभरों की जमकर पिटाई की। इस मामले में असावर पुलिस चौकी पर तैनात दरोगा पर एक पक्षीय भूमिका का आरोप है।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत कौएद और भासपा कार्यकर्ता मंगलवार की सुबह से ही लामबंद होने लगे थे। इसके बाद अपने नेता की अगुवाई में लामबंद कार्यकर्ताओं ने करीमुद्दीनपुर थाने पर धावा बोल दिया। एका का परिचय देते हुए कार्यकर्ताओं ने चारों तरफ से थाने को घेर लिया। इसको लेकर पुलिस के माथे पर बल पड़ गया। कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए पुलिस के प्रति अपने गुस्से का इजहार कर रहे थे। बाद में सभा को संबोधित करते हुए भासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह गरीबों की हक की लड़ाई के लिए अपनी जान तक न्यौछावर कर देंगे। कहा कि इस समय पुलिस सरकार के इशारे पर काम कर रही है। दबंग या पुलिस यदि निरीह लोगों को सताती है तो वह इसके लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। उत्पीड़न कतई बरदाश्त नहीं किया जाएगा।
कौमी एकता दल के संरक्षक अफजाल अंसारी ने कहा कि गोविंदपुर गांव में हुई घटना के लिए पूरी तरह से पुलिस जिम्मेदार है। इस घटना में घायलों का मेडिकल कराकर उनकी तरफ से भी प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। गरीब परिवार की रिपोर्ट तक नहीं लिखी गई। वक्ताओं ने कहा कि यह घटना पुलिस के माथे पर कलंक है। इस मौके पर संतोष पांडेय, अनिल राय, सुरेन्द्र राजभर, रामदहिन पासवान, शालिक यादव, रामप्रीत यादव, रामजी राय, शक्ति सिंह, राजेश राय, महमूद प्रधान, धर्मेन्द्र राजभर, आनंद मिश्रा, रामनारायण, नेसार अहमद समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।