गाजीपुर। जिले के थानों को कंप्यूटर से जोड़ने की कवायद फेल होती नजर आ रही है। वजह थानों को भेजे गए कंप्यूटर धूल फांक रहे हैं। किसी भी थाने को आनलाइन करने का कार्य अभी तक शुरू नहीं किया जा सका है। जिस कंपनी को विभाग ने ठेका दिया था, वह एक बार भी जिले में नहीं दिखाई दिया, जिसके चलते थानों को हाइटेक करने की योजना परवान नहीं चढ़ सकी है।
शासन ने लोगों की सुविधा को देखते हुए जिले के सभी थानों को हाइटेक करने केे लिए कंप्यूटर सेट प्रदान किए थे। इसके साथ ही यूपीएस भी दिया गया था। शासन ने निर्देश दिया था कि थानों में कंप्यूटर भेजकर सभी थानों को जिला मुख्यालय से आनलाइन करा दिया जाए। इससे थानों में मुकदमों के साथ ही अपराधियों के विषय में जानकारी जुटाने में आसानी होगी। यह सब हुए एक वर्ष बीत गए। कंप्यूटर को चलाने के लिए शासन ने विशेष ट्रेनर की नियुक्ति कर सभी थानों के मुुंशी और दीवान को कंप्यूटर का विशेष प्रशिक्षण भी दिया था। इस समय सभी कर्मी विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। शासन का निर्देश था कि थानों पर जो भी मुकदमे लिखे जाएंगे, उसकी कापी कंप्यूटर से फरियादी को प्राप्त कराई जाएगी। देखा जाए तो यह कार्य किसी भी थाने पर अभी तक शुरू नहीं कराया गया है। जिससे शासन की यह महत्वपूर्ण योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है। कासिमाबाद के थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह से कंप्यूटर से रिपोर्ट लिखने के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हमारे थाने में कोई भी पुलिस कर्मी कंप्यूटर चलाने के लिए ट्रेंड नहीं हैं। ट्रेंड पुलिस के आने पर कंप्यूटर से रिपोर्ट लिखी जाएगी। एसपी की जांच पड़ताल करने पर यह खुलासा हुआ है कि किसी भी थाने को आनलाइन नहीं किया गया है। इस संबंध में एसपी डीके चौधरी का कहना है कि संबंधित ठेकेदार से भी बात की जा रही है। उससे यह पूछा जाएगा कि किस वजह अभी तक थानों को आनलाइन नहीं किया गया।