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केंद्रीय योजनाओं की जानी हकीकत
Ghazipur
Updated Sun, 20 May 2012 12:00 PM IST
गाजीपुर। केंद्रीय योजनाओं के सच का सामना करने आई तीन सदस्यीय नेशनल लेवल मानिटर जांच टीम को कई चौंकाने वाले तथ्य मिले। केें द्रीय टीम के सदस्यों ने जिले के दो ब्लाकों के छह गांवों का भौतिक सत्यापन किया। एक-एक ग्रामीणों के बयान दर्ज किए गए। कई आदर्श जलाशयों की फोटोग्राफी भी की गई। टीम की सदस्य रिचा माथुर ने कहा कि जांच रिपोर्ट सीधे केंद्र सरकार को सौंपी जाएगी।
केंद्र सरकार ने जिले में हुए विकास कार्यों का जायजा लेने के लिए तीन सदस्यीय जांच टीम भेजी है। केेंद्र सरकार का निर्देश था कि मनरेगा, संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के शौचालय, इंदिरा आवास, एसजीएसवाई, पीएमजीएसवाई, सरकारी हैंडपंप सहित अन्य योजनाओं की जांच पड़ताल की गई। टीम की सदस्य रिचा माथुर ने शनिवार को मरदह ब्लाक के गोविंदपुर तीरथ, बेलसड़ी, डंडापुर गांव का निरीक्षण किया। उन्होंने मनरेगा के जाबकार्डों की जांच की। उन्होंने ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त की कि जाबकार्ड के लिए खींचे गए फोटो का भुगतान किसने किया है। इस पर मजदूरों ने बताया कि हम लोग खुद इसका भुगतान करते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना में यह नियम है कि रोजगार सेवक मजदूरों का फोटो खींचकर भुगतान करेंगे। उन्होंने मस्टरोल की छायाप्रति की भी जांच पड़ताल की। वृद्धा पेंशन के लाभार्थियों से बातचीत की। इंदिरा आवास के लाभार्थियों को खड़ा कराकर फोटो खींचा। उन्होंने संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के तहत बने शौचालयों की भी जांच पड़ताल की। सरकारी हैंडपंपों की भी जांच की। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि मनरेगा योजना में परियोजनाओें पर कार्य करते समय टेंट लगाए जाएंगे। इसके साथ ही पानी एवं मेडिसिन की मुकम्मल इंतजाम होनी चाहिए। अगर निर्देशों का पालन नहीं होता है तो संबंधित अधिकारी से शिकायत करें। उन्होंने कई आदर्श जलाशयों की फोटो भी ली। इस दौरान बीडीओ शशिकांत मिश्रा सहित दर्जनों कर्मी मौजूद रहे। उधर, सादात ब्लाक में कटयां, गहनी और खिजिरपुर गांवों का निरीक्षण नेशनल लेवल मानिटर सत्यराम ने जांच पड़ताल की।
गाजीपुर। केंद्रीय योजनाओं के सच का सामना करने आई तीन सदस्यीय नेशनल लेवल मानिटर जांच टीम को कई चौंकाने वाले तथ्य मिले। केें द्रीय टीम के सदस्यों ने जिले के दो ब्लाकों के छह गांवों का भौतिक सत्यापन किया। एक-एक ग्रामीणों के बयान दर्ज किए गए। कई आदर्श जलाशयों की फोटोग्राफी भी की गई। टीम की सदस्य रिचा माथुर ने कहा कि जांच रिपोर्ट सीधे केंद्र सरकार को सौंपी जाएगी।
केंद्र सरकार ने जिले में हुए विकास कार्यों का जायजा लेने के लिए तीन सदस्यीय जांच टीम भेजी है। केेंद्र सरकार का निर्देश था कि मनरेगा, संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के शौचालय, इंदिरा आवास, एसजीएसवाई, पीएमजीएसवाई, सरकारी हैंडपंप सहित अन्य योजनाओं की जांच पड़ताल की गई। टीम की सदस्य रिचा माथुर ने शनिवार को मरदह ब्लाक के गोविंदपुर तीरथ, बेलसड़ी, डंडापुर गांव का निरीक्षण किया। उन्होंने मनरेगा के जाबकार्डों की जांच की। उन्होंने ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त की कि जाबकार्ड के लिए खींचे गए फोटो का भुगतान किसने किया है। इस पर मजदूरों ने बताया कि हम लोग खुद इसका भुगतान करते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना में यह नियम है कि रोजगार सेवक मजदूरों का फोटो खींचकर भुगतान करेंगे। उन्होंने मस्टरोल की छायाप्रति की भी जांच पड़ताल की। वृद्धा पेंशन के लाभार्थियों से बातचीत की। इंदिरा आवास के लाभार्थियों को खड़ा कराकर फोटो खींचा। उन्होंने संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के तहत बने शौचालयों की भी जांच पड़ताल की। सरकारी हैंडपंपों की भी जांच की। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि मनरेगा योजना में परियोजनाओें पर कार्य करते समय टेंट लगाए जाएंगे। इसके साथ ही पानी एवं मेडिसिन की मुकम्मल इंतजाम होनी चाहिए। अगर निर्देशों का पालन नहीं होता है तो संबंधित अधिकारी से शिकायत करें। उन्होंने कई आदर्श जलाशयों की फोटो भी ली। इस दौरान बीडीओ शशिकांत मिश्रा सहित दर्जनों कर्मी मौजूद रहे। उधर, सादात ब्लाक में कटयां, गहनी और खिजिरपुर गांवों का निरीक्षण नेशनल लेवल मानिटर सत्यराम ने जांच पड़ताल की।