गाजीपुर। जिले में कर्मनाशा पैकेज लागू कराने के लिए पुलिस अधीक्षक डीके चौधरी ने अपने स्तर से पहल शुरू कर दी है। कर्मनाशा नदी के किनारे 35 किलोमीटर सड़क बनाने के लिए डीएम पीएन सिंह को पत्र लिखाने का फैसला किया है। इसके साथ ही दो थाने और दस पुलिस चौकियों को स्थापित कराने के लिए शासन से अनुमति मांगी है।
जमानिया विधानसभा क्षेत्र सेे गुजरने वाली कर्मनाशा नदी के लिए विशेष पैकेज की मांग लंबे समय से की जा रही है। इसकी फाइलें शासन में धूल फांक रही हैं। कई सरकारें आई और गईं लेकिन किसी भी सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जमानियां के कई थाने कर्मनाशा नदी से जुड़े हुए हैं। बिहार की सीमा होने से हमेशा नक्सलियों का भय यहां की जनता में बना रहता है। आज से कुछ वर्ष पहले जिले में नक्सली वारदात भी हो चुकी है। गहमर और दिलदारनगर थाने के कुछ गांव नक्सलियों की गतिविधियों से अक्सर प्रभावित रहे हैं। जिला पुलिस प्रशासन ने नक्सलियों का मुकाबला करने के लिए शासन से हाईटेक व्यवस्था की मांग की थी। सबसे पहले थानों पर पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाने पर विचार करने के लिए पत्र भेजा गया था। इसके साथ ही रेवतीपुर एवं नगसर हाल्ट पुलिस चौकी को थाना बनाने की मांग थी, लेकिन अभी तक इस ओर प्रदेश शासन ने कोई फैसला नहीं किया है। यही नहीं दस पुलिस चौकियां भी स्थापित की जानी थी। बावजूद इसके अभी तक किसी भी चौकी और थाने को स्थापित करने की स्वीकृत प्रदान नहीं की गई। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक की ओर से शासन को 16 नवंबर 2011 को पत्र भेजा गया था, लेकिन शासन ने जिला पुलिस की ओर से भेजे गए डिमांड पत्र को ठंडे बस्ते में डाल दिया। कर्मनाशा पैकेज के संबंध में बुधवार को पुलिस अधीक्षक डीके चौधरी जानकारी प्राप्त कर रहे थे। उन्होंने कर्मनाशा नदी के किनारे सड़क बनाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखने की बात कही है। इ उन्होंने बताया कि कर्मनाशा पैकेज को लागू कराने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए डीएम से भी वार्ता की जाएगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो कर्मनाशा नदी के किनारे सड़क का निर्माण शुरू होगा। जिससे बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करने में पुलिस को आसानी होगी।
गाजीपुर। जिले में कर्मनाशा पैकेज लागू कराने के लिए पुलिस अधीक्षक डीके चौधरी ने अपने स्तर से पहल शुरू कर दी है। कर्मनाशा नदी के किनारे 35 किलोमीटर सड़क बनाने के लिए डीएम पीएन सिंह को पत्र लिखाने का फैसला किया है। इसके साथ ही दो थाने और दस पुलिस चौकियों को स्थापित कराने के लिए शासन से अनुमति मांगी है।
जमानिया विधानसभा क्षेत्र सेे गुजरने वाली कर्मनाशा नदी के लिए विशेष पैकेज की मांग लंबे समय से की जा रही है। इसकी फाइलें शासन में धूल फांक रही हैं। कई सरकारें आई और गईं लेकिन किसी भी सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जमानियां के कई थाने कर्मनाशा नदी से जुड़े हुए हैं। बिहार की सीमा होने से हमेशा नक्सलियों का भय यहां की जनता में बना रहता है। आज से कुछ वर्ष पहले जिले में नक्सली वारदात भी हो चुकी है। गहमर और दिलदारनगर थाने के कुछ गांव नक्सलियों की गतिविधियों से अक्सर प्रभावित रहे हैं। जिला पुलिस प्रशासन ने नक्सलियों का मुकाबला करने के लिए शासन से हाईटेक व्यवस्था की मांग की थी। सबसे पहले थानों पर पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाने पर विचार करने के लिए पत्र भेजा गया था। इसके साथ ही रेवतीपुर एवं नगसर हाल्ट पुलिस चौकी को थाना बनाने की मांग थी, लेकिन अभी तक इस ओर प्रदेश शासन ने कोई फैसला नहीं किया है। यही नहीं दस पुलिस चौकियां भी स्थापित की जानी थी। बावजूद इसके अभी तक किसी भी चौकी और थाने को स्थापित करने की स्वीकृत प्रदान नहीं की गई। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक की ओर से शासन को 16 नवंबर 2011 को पत्र भेजा गया था, लेकिन शासन ने जिला पुलिस की ओर से भेजे गए डिमांड पत्र को ठंडे बस्ते में डाल दिया। कर्मनाशा पैकेज के संबंध में बुधवार को पुलिस अधीक्षक डीके चौधरी जानकारी प्राप्त कर रहे थे। उन्होंने कर्मनाशा नदी के किनारे सड़क बनाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखने की बात कही है। इ उन्होंने बताया कि कर्मनाशा पैकेज को लागू कराने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए डीएम से भी वार्ता की जाएगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो कर्मनाशा नदी के किनारे सड़क का निर्माण शुरू होगा। जिससे बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करने में पुलिस को आसानी होगी।