गाजीपुर। ग्राम रोजगार सेवक संघ की ओर से अपनी मांगों के समर्थन में चल रहा धरना बुधवार को दूसरे दिन भूख हड़ताल में परिवर्तित कर दिया गया। विकास भवन के मुख्य गेट पर सैकड़ों ग्राम रोजगार सेवक मांगे पूरी होने तक अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को धरना पर बैठने से पहले संघ ने अधिकारियों को 24 घंटे की मोहलत देते हुए चेतावनी दी थी कि अगर मानदेय के भुगतान के संबंध में अग्रिम कार्रवाई नही की गई तो भूख हड़ताल शुरू कर दिया जाएगा।
इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष नागेन्द्र यादव ने कहा कि अनशन की जानकारी होने के बावजूद मौके पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। अधिकारियों का हमारे प्रति यह रवैया ठीक नही है। कहा कि हमारा मानदेय लंबे समय से रुका हुआ है। इसका भुगतान नहीं किया जा रहा है। जब तक हमारी मांगें पूरी नही होंगी तब तक हमारा अनिश्चितकालीन हड़ताल चलता रहेगा। अन्य वक्ताओं ने कहा कि मंगलवार को अनशन पर बैठने से पहले हमने 24 घंटे की मोहलत दी थी, लेकिन अधिकारियों के कान पर जूं तक नही रेंगा। आज मानदेय के अभाव में रोजगार सेवकों के समक्ष भुखमरी की नौबत आ गई है। सचिव तथा प्रधान दोनो की मिलीभगत होने के कारण मनरेगा में बंदरबांट किया जा रहा है। इसकी पारदर्शिता पर रोक लगा दिया है। ऐसे में रोजगार सेवकों की दशा दयनीय होती जा रही है। इस मौके पर पंचदेव शर्मा, रामविलास, सर्वजीत, अवनीश, ओमप्रकाश, राजेन्द्र राम, अनिल, विमिलेश, प्रमोद यादव, रमेश यादव, वीरेन्द्र, आलोक यादव, नूर हसन, रामचीज समेत कई रोजगार सेवक मौजूद रहे।