मुहम्मदाबाद। केन्द्र सरकार की मनरेगा एक बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है। इसके तहत मजदूरों को कई प्रकार के लाभ दिए गए हैं। हर मजदूर को अपना हक पाने के लिए ग्राम प्रधान से काम अवश्य लेना चाहिए। इस काम में पूरी तरह पारदर्शिता बरती जा रही है। भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने वालों के खिलाफ जांच चल रही है और उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नही जा सकता है। यह बातें भारतीय मजदूर कल्याण परिषद की ओर से बुधवार को क्षेत्र के हरिबल्लभपुर में आयोजित मनरेगा मजदूर महापंचायत को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कांग्रेस मनरेगा परिषद भारत सरकार के सदस्य संजय दीक्षित ने कही।
स्थानीय तथा आसपास के करीब एक दर्जन गांवों से आए मजदूरों तथा ग्राम प्रधानों को केन्द्र सरकार की ओस से संचालित मनरेगा के अलावा बीपीएल सूची, आवास योजना, वृद्धा तथा विकलांग पेंशन योजना, शौचालय योजना आदि की विस्तार से जानकारी देते हुए श्री दीक्षित ने कहा कि केन्द्र सरकार गरीब मजदूरों के जीवन स्तर को सुधारना चाहती है और वह इसके लिए भरपूर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में केन्द्र की योजनाओं का सही से क्रियान्वयन नहीं किया गया। इन योजनाओं में कई प्रकार का भ्रष्टाचार हुआ है। कई की जांच भी चल रही है और दोषियों को सजा भी दी जाएगी। कहा कि कुछ ब्लाक के कम से कम 25 प्रधान हक की लड़ाई लड़ने को तैयार हो जाय तो विशेष विकास की योजनाओं का धन यहां लाने का प्रयास किया जाएगा जिससे पूरे ब्लाक का समग्र विकास हो सकेगा। कांग्रेस जिला मनरेगा निगरानी समिति के चेयरमैन आनंद राय ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि इस जिले में मनरेगा के धन का जबरदस्त दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने इस योजना में हुई गड़बड़ियों की जांच कराने की मांग की। महापंचायत में ग्राम प्रधान विक्रमा यादव, चंद्रिका प्रधान, कलीम उर्फ झन्ने, गोरख राम, नीतू पासवान, प्रेमशंकर यादव आदि ने विचार व्यक्त किया।
इस मौके पर जयप्रकाश यादव, मन्नू चौधरी, कृपाशंकर राय, रमाकांत यादव, संजय राय, सूर्यभान यादव, शिवकुमार सिंह, उदय यादव समेत भारी संख्या में मनरेगा मजदूर मौजूद रहे। अध्यक्षता आनंद राय सांकृत तथा संचालन अनुज राय ने किया।