जखनिया। सिद्धपीठ भुड़कुड़ा मठ के महंत शत्रुघ्न दास को जान से मारने की धमकी की घटना पर साधु संत समाज को लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया है। इसके लिए जिले के कई साधु संतों ने मठों मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने के साथ ही इस आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है।
जखनिया संवाददाता के ने बताया कि हथियाराम मठ के पीठाधीश्वर भवानीनंदन यति ने इस घटना की तीब्र निंदा की है। उन्होंने कहा कि संतों का अपमान या उन पर हमला किया जाना पूरे राष्ट्र का अपमान होता है। वाराणसी में प्रवास कर रहे महामंडलेश्वर श्री यति ने वार्ता में कहा कि भुड़कुड़ा मठ पूर्वांचल ही नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए आस्था का केन्द्र बना हुआ है। चार सौ वर्ष पुराने इस मठ में घुस कर वहां के महंत को जान से मारने की धमकी दिया जाना बेहद शर्मनाक घटना है। कहा कि कुछ वर्षों से साधु संतों पर हमले की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। क नुआन गांव में साधु की हत्या कर दी गई जिसका आज तक खुलासा नहीं हो पाया। कहा कि यदि साधु संतों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन गंभीर नही हुआ तो मजबूर होकर संत महात्मा सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे। शहर के हंसयोग आश्रम से जुड़े किशोर जी यादव ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि संतों का तिरस्कार बहुत शर्मनाक है। कहा कि इस घटना के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को पूरी तरह से तत्पर हो जाना चाहिए। इसी क्रम में मुहम्मदाबाद शहनिंदा नया हनुमान मंदिर के पुजारी सदानंद जी महाराज ने कहा कि साधु संत धर्म के प्रतीक होते हैं। उनके साथ किसी को दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए।
जखनिया। सिद्धपीठ भुड़कुड़ा मठ के महंत शत्रुघ्न दास को जान से मारने की धमकी की घटना पर साधु संत समाज को लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया है। इसके लिए जिले के कई साधु संतों ने मठों मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने के साथ ही इस आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है।
जखनिया संवाददाता के ने बताया कि हथियाराम मठ के पीठाधीश्वर भवानीनंदन यति ने इस घटना की तीब्र निंदा की है। उन्होंने कहा कि संतों का अपमान या उन पर हमला किया जाना पूरे राष्ट्र का अपमान होता है। वाराणसी में प्रवास कर रहे महामंडलेश्वर श्री यति ने वार्ता में कहा कि भुड़कुड़ा मठ पूर्वांचल ही नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए आस्था का केन्द्र बना हुआ है। चार सौ वर्ष पुराने इस मठ में घुस कर वहां के महंत को जान से मारने की धमकी दिया जाना बेहद शर्मनाक घटना है। कहा कि कुछ वर्षों से साधु संतों पर हमले की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। क नुआन गांव में साधु की हत्या कर दी गई जिसका आज तक खुलासा नहीं हो पाया। कहा कि यदि साधु संतों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन गंभीर नही हुआ तो मजबूर होकर संत महात्मा सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे। शहर के हंसयोग आश्रम से जुड़े किशोर जी यादव ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि संतों का तिरस्कार बहुत शर्मनाक है। कहा कि इस घटना के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को पूरी तरह से तत्पर हो जाना चाहिए। इसी क्रम में मुहम्मदाबाद शहनिंदा नया हनुमान मंदिर के पुजारी सदानंद जी महाराज ने कहा कि साधु संत धर्म के प्रतीक होते हैं। उनके साथ किसी को दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए।