सादात। स्थानीय ब्लाक के हीराधरपुर ग्राम के मौजा पहाड़पुर में देखते ही देखते एक माह के अंदर 15 जानवरों की मौत हो चुकी है। इनपर डाक्टरों की दवा भी बेअसर साबित हो रही है। अब तो इस गांव में बीमार पशु के इलाज के नाम पर सैदपुर और भीमापार पशु चिकित्सालयों के डाक्टर भी आने से कतरा रहे हैं। ऐसे में एक के बाद एक पशुओं के मरने से पशु पालक की हालत दयनीय हो गई है।
गांव निवासी अशोक यादव ने बताया कि एक माह के अंदर 9 भैंस, 2 गाय और चार बकरियों की मौत हो चुकी है। इन पशुओं को जो रोग हुआ वह लंगड़ी रोग से मिलता-जुलता हैै। रोग का असर होते ही पशु लंगड़ाने लगते हैं। पैर सुन्न पड़ जाता है और कुछ ही देर बाद जमीन पर लेट जाते है तथा खाना पानी भी छोड़ देते हैं। इसके अगले दो दिनों के अंदर उसकी मौत हो जाती है। बताया कि पशुओं के इलाज के नाम पर भीमापार और सैदपुर पशुचिकित्सालयों के डाक्टर आए थे लेकिन उनके द्वारा दी गई दवाई बेअसर साबित हुई। इतने पशुओं के मरने के बाद भी जिला स्तर का कोई डाक्टर इस गांव में नहीं पहुंचा। गांव में जिन पशु मालिकों के पशुओं की जान अब तक जा चुकी है उनमें रामनरेश यादव की एक गाय एवं एक भैंस, सूबेदार यादव की एक भैस, शिवमूरत यादव की दो भैैंस, तपेदार यादव, कमलेश यादव, संजू यादव, संतसरन यादव और दिनेश की एक-एक भैंस मरी हैं। दिनेश यादव की चार बकरियां भी मौत का शिकार हो चुकी हैं। शिवमूरत यादव की एक भैंस बीमार है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पशु पालकों ने जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल पशुचिकित्सकों की एक टीम गांव में भेजने की मांग की है।