गाजीपुर। भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या केस में गवाह कौशलेश राय और उनके परिजनों को भांवरकोल थाने में तैनात दारोगा हरिप्रसाद विश्वकर्मा, सिपाही भैय्या लाल तथा तीन अन्य पुलिसकर्मियों से जान का खतरा पैदा हो गया है। इस बाबत शिकायती पत्र देकर पीड़ित ने एसपी से जान माल सुरक्षा की गुहार लगाई है।
शिकायती पत्र में भांवरकोल थाना क्षेत्र के कौशलेश राय ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बीते 29 नवंबर 2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में उनके परिजन गवाह हैं। बीते 10 मई को शाम साढ़े सात बजे थाने के नायब दारोगा हरि प्रसाद विश्वकर्मा ,कांस्टेबिल भैय्यालाल और तीन अन्य पुलिसकर्मी तथा दोे अन्य लोगों के साथ उनके घर पर धमक पड़े। पुलिस के साथ आए दोनों लोग कपड़े सेे अपना मुंह ढंके हुए थे। दारोगा जबरन उनके घर में घुस गए और अंदर मौजूूद अमित कुमार राय, विनय कुमार राय तथा विमल कुमार राय को पकड़ लिया और घसीटते हुए तीनों को बाहर ले आए। तीनों युवकों के शोर मचाने पर आवाज सुनकर जब मैं मौके पर पहुंचा और दारोगा सेे पूछा तो वह बोले कि सुधीर राय कहां है। आरोप है कि लग्जरी सफारी गाड़ी पर एक पार्टी का झंडा लगा हुआ था। इस बाबत थानाध्यक्ष को टेलीफोन से सूचना दी गई तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताई। ऐसे में अभी तक दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने से पूरा परिवार सकते में है। इसलिए पीड़ित ने एसपी सेे मामले की निष्पक्ष जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की गुहार लगाई है।
गाजीपुर। भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या केस में गवाह कौशलेश राय और उनके परिजनों को भांवरकोल थाने में तैनात दारोगा हरिप्रसाद विश्वकर्मा, सिपाही भैय्या लाल तथा तीन अन्य पुलिसकर्मियों से जान का खतरा पैदा हो गया है। इस बाबत शिकायती पत्र देकर पीड़ित ने एसपी से जान माल सुरक्षा की गुहार लगाई है।
शिकायती पत्र में भांवरकोल थाना क्षेत्र के कौशलेश राय ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बीते 29 नवंबर 2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में उनके परिजन गवाह हैं। बीते 10 मई को शाम साढ़े सात बजे थाने के नायब दारोगा हरि प्रसाद विश्वकर्मा ,कांस्टेबिल भैय्यालाल और तीन अन्य पुलिसकर्मी तथा दोे अन्य लोगों के साथ उनके घर पर धमक पड़े। पुलिस के साथ आए दोनों लोग कपड़े सेे अपना मुंह ढंके हुए थे। दारोगा जबरन उनके घर में घुस गए और अंदर मौजूूद अमित कुमार राय, विनय कुमार राय तथा विमल कुमार राय को पकड़ लिया और घसीटते हुए तीनों को बाहर ले आए। तीनों युवकों के शोर मचाने पर आवाज सुनकर जब मैं मौके पर पहुंचा और दारोगा सेे पूछा तो वह बोले कि सुधीर राय कहां है। आरोप है कि लग्जरी सफारी गाड़ी पर एक पार्टी का झंडा लगा हुआ था। इस बाबत थानाध्यक्ष को टेलीफोन से सूचना दी गई तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताई। ऐसे में अभी तक दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने से पूरा परिवार सकते में है। इसलिए पीड़ित ने एसपी सेे मामले की निष्पक्ष जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की गुहार लगाई है।