जखनिया। सिद्धपीठ भुड़कुड़ा मठ के महंत शत्रुघ्नदास बदमाशों द्वारा दी गई धमकी से सशंकित हैं। वजह धार्मिक स्थलों की संपत्ति के विवाद को लेकर जखनिया में कई बड़ी वारदातें हो चुकी हैं। उधर इस मामले में पुलिस का दावा है कि मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी को पकड़ नहीं सकी है और न ही मठ की सुरक्षा के लिए चौकसी ही बढ़ाई है। इसको लेकर महंत के शिष्यों में गहरा आक्रोश व्याप्त है।
सिद्धपीठ भुड़कुड़ा मठ जखनिया ही नहीं बल्कि दूर दराज के लोगों के आस्था एवं विश्वास का केंद्र है। बीते शनिवार की रात करीब साढ़े सात बजे जब मठ में आरती समाप्त हुई थी तभी चार सशस्त्र बदमाश मठ के अंदर घुस गए थे। यह जिक्र करते हुए महंत की ओर से भुड़कुड़ा पुलिस को दी गई तहरीर में कहा गया था कि मठ में आए बदमाशों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसके बावजूद इलाकाई पुलिस ने बीते रविवार की देर शाम तक मुकदमा दर्ज नहीं किया था। यह मामला जब सीओ सैदपुर/भुड़कुड़ा तेज स्वरूप के संज्ञान में आया तो उन्होंने इस बाबत भुड़कुड़ा थाने के कार्यवाहक नायब दारोगा कुबेर नाथ यादव से घटना की जानकारी ली। साथ ही कड़ी हिदायत दिया कि इस मामले में तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर तत्काल आवश्यक कार्रवाई की जाए। कार्यवाहक थानाध्यक्ष श्री यादव ने बताया कि इस मामले में एक नामजद आरोपी जैकेश निवासी मखदूमपुर के खिलाफ धारा 504, 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर दबिश दी जा रही है। वहीं मठ के महंत अभी तक पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। यही नहीं महंत ने तहरीर में चार युवकोें के होने की बात कही है लेकिन पुलिस ने एक ही के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बता दें कि मठ की अकूत संपत्ति पर कई की नजर है। यही नहीं जखनिया में धार्मिक स्थलों की संपत्ति को लेकर बड़ी घटनाएं भी हो चुकी हैं। पिछले वर्ष जखनिया के रामपुर बलभद्र गांव में जहां मंदिर के पुजारी की ईंट से सिर कूंच कर हत्या कर दी गई थी। वहीं शादियाबाद केे यूसुफपुर खड़बा गांव में पुजारी पर हमला कर उनकी बहू की हत्या कर दी गई थी।