देवकली/बारा। जिले के देवकली तथा बारा में मंगलवार को आग ने बड़ी तबाही मचाई। सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के पौंटा गांव में आग लगने से दलित बस्ती खाक हो गई और एक दर्जन से अधिक रिहायशी झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। वहीं गंभीर रूप से झुलसने से एक भैंस की मौत हो गई, जबकि कई बकरियां झुलस गई । इस घटना में नकदी सहित हजारों का सामान खाक हो गया। पीड़ित खुले आसमान की नीचे आ गए हैं। बारा गांव के मिश्रोलिया मौजा में भी आग ने तबाही मचाई। यहां सैकड़ों बोझ गेहूं जलकर राख हो गए।
सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के पौंटा गांव में दलित बस्ती में मंगलवार की दोपहर करीब 1 बजे अचानक सुदर्शन राम की रिहायशी झोपड़ी में आग लग गई। जब तक लोग कुछ समझ पाते आग ने एक के बाद एक 15 झोपड़ियों की अपनी आगोश में ले लिया और देखते ही देखते तेज लपटें उठने लगी। पूरी बस्ती आग की लपटों से घिर गई। जानकारी होते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए और आग बुझाने में जुट गए, लेकिन जब तक लोग आग पर काबू, पाते तब तक सबकुछ जलकर खाक हो चुका था। आग बुझाने में कई लोग झुलस गए।
इस घटना में सुदर्शन राम की 5 झोपड़ियां तथा पांच हजार और सामान, जमुना राम की 4 झोपड़ी सहित 6 हजार नकदी और सामान, रामू राम की झोपड़ी एवं घरेलू सामान सहित 1 हजार, अनिल राम की 1 झोपड़ी तथा सामान तथा रामजनम राम की दो झोपड़ी में रखा 50 हजार सहित अन्य सामान जलकर राख हो गया। जबकि रामदरश राम की दो झोपड़ी सहित जहां एक भैस से झुलसने से मौत हो गई, वहीं दो बकरियां गंभीर रूप से झुलस गई। आग में सबकुछ तबाह हो जाने के पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए है। उनके पास खाने का एक दाना भी नहीं बचा है।
घटना की सूचना मिलने पर सैदपुर पुलिस, नायब तहसीलदार, लेखपाल, कानूनगो सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और पीड़ितों को आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। उधर गहमर थाना क्षेत्र के मिश्रोलिया मौजा में मड़ाई के दौरान अचानक ट्रैक्टर से निकली चिंगारी ने आग का विकराल रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते गेहूं के बोझों से आग की लपटें उठने लगीं। जानकारी होते ही आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और किसी तरह आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक सैकड़ों बोझ गेहूं जलकर राख हो गया। इससे पीड़ित के परिवार का निवाला छिन गया है।
देवकली/बारा। जिले के देवकली तथा बारा में मंगलवार को आग ने बड़ी तबाही मचाई। सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के पौंटा गांव में आग लगने से दलित बस्ती खाक हो गई और एक दर्जन से अधिक रिहायशी झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। वहीं गंभीर रूप से झुलसने से एक भैंस की मौत हो गई, जबकि कई बकरियां झुलस गई । इस घटना में नकदी सहित हजारों का सामान खाक हो गया। पीड़ित खुले आसमान की नीचे आ गए हैं। बारा गांव के मिश्रोलिया मौजा में भी आग ने तबाही मचाई। यहां सैकड़ों बोझ गेहूं जलकर राख हो गए।
सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के पौंटा गांव में दलित बस्ती में मंगलवार की दोपहर करीब 1 बजे अचानक सुदर्शन राम की रिहायशी झोपड़ी में आग लग गई। जब तक लोग कुछ समझ पाते आग ने एक के बाद एक 15 झोपड़ियों की अपनी आगोश में ले लिया और देखते ही देखते तेज लपटें उठने लगी। पूरी बस्ती आग की लपटों से घिर गई। जानकारी होते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए और आग बुझाने में जुट गए, लेकिन जब तक लोग आग पर काबू, पाते तब तक सबकुछ जलकर खाक हो चुका था। आग बुझाने में कई लोग झुलस गए।
इस घटना में सुदर्शन राम की 5 झोपड़ियां तथा पांच हजार और सामान, जमुना राम की 4 झोपड़ी सहित 6 हजार नकदी और सामान, रामू राम की झोपड़ी एवं घरेलू सामान सहित 1 हजार, अनिल राम की 1 झोपड़ी तथा सामान तथा रामजनम राम की दो झोपड़ी में रखा 50 हजार सहित अन्य सामान जलकर राख हो गया। जबकि रामदरश राम की दो झोपड़ी सहित जहां एक भैस से झुलसने से मौत हो गई, वहीं दो बकरियां गंभीर रूप से झुलस गई। आग में सबकुछ तबाह हो जाने के पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए है। उनके पास खाने का एक दाना भी नहीं बचा है।
घटना की सूचना मिलने पर सैदपुर पुलिस, नायब तहसीलदार, लेखपाल, कानूनगो सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और पीड़ितों को आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। उधर गहमर थाना क्षेत्र के मिश्रोलिया मौजा में मड़ाई के दौरान अचानक ट्रैक्टर से निकली चिंगारी ने आग का विकराल रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते गेहूं के बोझों से आग की लपटें उठने लगीं। जानकारी होते ही आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और किसी तरह आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक सैकड़ों बोझ गेहूं जलकर राख हो गया। इससे पीड़ित के परिवार का निवाला छिन गया है।