जमानिया। तहसील क्षेत्र के भदौरा विकास खंड में सेवराई नई तहसील बनी तो एशिया का सबसे बड़ा गांव गहमर दो हिस्सों में बंट सकता है। नई तहसील के लिए कम से कम दो विकास खंड बनाने होंगे। शासन-प्रशासन की ओर से इसके लिए अंदरखाने में जो कवायद की जा रही है, उसमें जमानिया तहसील में से 7 और नए राजस्व गांवों को बनाने की कोशिश की जा रही है। इस कवायद में गहमर गांव के शामिल होने की सुगबुगाहट से ही विरोध के स्वर उठने लगे हैं।
मौजूदा समय में जमानिया तहसील में तीन विकासखंड जमानिया, रेवतीपुर तथा भदौरा शामिल हैं। इनमें कुल 394 राजस्व गांव, 139 ग्राम सभाएं तथा 29 न्याय पंचायतें शामिल हैं। इसी तहसील में एक नगरपालिका जमानिया तथा एक नगर पंचायत दिलदारनगर है। वर्ष 2011 में हुई जनगणना के अनुसार जमानिया तहसील क्षेत्र की आबादी लगभग 710381 है। जमानिया तहसील के ही भदौरा ब्लाक में एशिया का सबसे बड़ा गांव गहमर है जो 789.5150 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला हुआ है और गांव में कुल 32 मौजा है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक सेवराई को नई तहसील बनाने के लिए 55 ग्राम सभाएं कम पड़ रही हैं। इसके लिए ही प्रशासन की ओर से नए राजस्व गांव बनाने की अंदरखाने जो कवायद चल रही है उसके तहत गहमर ग्राम सभा से गाटा संख्या 1593 जिसका रकबा 355.06 हेक्टेयर है, को अलग कर फकीरपुर नाम का नया राजस्व गांव बनाने की कोशिश हो रही है। फकीरपुर मौजा अभी तक गहमर गांव का ही हिस्सा है। उसिया ग्राम सभा में कुल 6705 गाटा है जिसका क्षेत्रफल करीब 2620.0732 हेक्टेयर है। इसमें से 467 गाटा को अलग कर देहवल एवं फरीदपुर नाम का राजस्व गांव बनाया जाना है।
इसी प्रकार जमानिया ब्लाक के नरियांव उर्फ उमरगंज ग्रामसभा में 2154 गाटा है जिसका क्षेत्रफल 600.2420 हेक्टेयर है। इसमें से 880 गाटा को अलग कर 288.03 हेक्टेयर रकबे के साथ उमरगंज को नया राजस्व ग्राम बनाने की कवायद की जा रही है। ताजपुर मांझा गांव में कुल 1252 गाटा है, जिसका कुल रकबा 1147.870 हेक्टेयर है, को अलग कर मथारा को नया राजस्व गांव बनाने की कोशिश हो रही है। कुसी ग्रामसभा में कुल 4066 गाटा है, जिसका क्षेत्रफल 1036.1490 हेक्टेयर है। इसमें से 1230 गाटा को अलग कर जबुरना तथा मिर्चा को नया राजस्व गांव बनाया जाना है।