गाजीपुर। जिले के जूनियर हाईस्कूलों में छात्रों को कंप्यूटर का ज्ञान देने के लिए भेजे गए 124 कंप्यूटर सेट हेडमास्टरों के घरों की शोभा बढ़ा रहे हैं। इसके चलते अधिकांश स्कूलों में कंप्यूटर नहीं लगे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट तलब करते हुए पूछा है कि आखिर स्कूलों के कंप्यूटर कहां हैं।
वर्ष 2011-12 और 2012-13 में जिले के 124 जूनियर हाईस्कूलों के लिए एक-एक कंप्यूटर सेट भेजे गए थे। शासन की मंशा थी कि कक्षा छह से लेकर आठ तक के छात्रों को इसके जरिए कंप्यूटर का ज्ञान दिया जाए। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही एवं उदासीनता की वजह से कंप्यूटर गुरुजी ने अपने घरों में रखवा लिए। जब ब्लाक स्तर पर मामले की शिकायत हुई तो हेडमास्टरों की ओर से खंड शिक्षा अधिकारी को ये तर्क दिया गया कि विद्यालय से कंप्यूटर चोरी होने के डर से उसे घर रखवाया गया है। इधर मामले की जानकारी शासन को होने पर प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने बीएसए को निर्देश जारी कर कंप्यूटर का पता लगाने को कहा है। शासन के निर्देश के क्रम में बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। उनसे कहा गया है कि कंप्यूटर कहां पर हैं, इसकी जानकारी दी जाए। यदि हेडमास्टरों ने कंप्यूटर घर पर रखे हैं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई कर अवगत कराया जाए। बीएसए की तरफ से जानकारी देते हुए मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम (एमआईएस) सेल के प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारियों से सभी कंप्यूटर के बारे में जानकारी मांगी गई है। इससे पढ़ाई हो रही है कि नहीं है। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई होगी।
गाजीपुर। जिले के जूनियर हाईस्कूलों में छात्रों को कंप्यूटर का ज्ञान देने के लिए भेजे गए 124 कंप्यूटर सेट हेडमास्टरों के घरों की शोभा बढ़ा रहे हैं। इसके चलते अधिकांश स्कूलों में कंप्यूटर नहीं लगे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट तलब करते हुए पूछा है कि आखिर स्कूलों के कंप्यूटर कहां हैं।
वर्ष 2011-12 और 2012-13 में जिले के 124 जूनियर हाईस्कूलों के लिए एक-एक कंप्यूटर सेट भेजे गए थे। शासन की मंशा थी कि कक्षा छह से लेकर आठ तक के छात्रों को इसके जरिए कंप्यूटर का ज्ञान दिया जाए। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही एवं उदासीनता की वजह से कंप्यूटर गुरुजी ने अपने घरों में रखवा लिए। जब ब्लाक स्तर पर मामले की शिकायत हुई तो हेडमास्टरों की ओर से खंड शिक्षा अधिकारी को ये तर्क दिया गया कि विद्यालय से कंप्यूटर चोरी होने के डर से उसे घर रखवाया गया है। इधर मामले की जानकारी शासन को होने पर प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने बीएसए को निर्देश जारी कर कंप्यूटर का पता लगाने को कहा है। शासन के निर्देश के क्रम में बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। उनसे कहा गया है कि कंप्यूटर कहां पर हैं, इसकी जानकारी दी जाए। यदि हेडमास्टरों ने कंप्यूटर घर पर रखे हैं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई कर अवगत कराया जाए। बीएसए की तरफ से जानकारी देते हुए मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम (एमआईएस) सेल के प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारियों से सभी कंप्यूटर के बारे में जानकारी मांगी गई है। इससे पढ़ाई हो रही है कि नहीं है। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई होगी।