गाजियाबाद। स्टांप विभाग के अधिकारी और कर्मचारी आजकल चूहों के आतंक से दहशत में है। चूहे यहां रखे रिकार्ड को तो कुतर ही रहे हैं, साथ ही साथ किसी चुपके से लोगों के पैर भी कुतर जाते हैं। दहशत इस कदर है कि कार्यालय में अगर लाइट चली जाए तो कर्मचारी कुर्सी के ऊपर ही पैर रखकर बैठते हैं। चूहों ने मंगलवार को भी स्टांप विभाग के कर्मचारी अजमल खां के पैर को कुतरकर उसे घायल कर दिया। एक कर्मचारी ने बताया कि कार्यालय के बराबर में बने रिकार्ड रूम में चूहें कई फाइलों को कुतरकर बेकार कर चुके हैं।
इस कार्यालय में करीब पचास साल का रिकार्ड है।
किताबें भी कुतर रहे
गाजियाबाद। बच्चों तक पहुंचने से पहले ही किताबों को चूहे कुतर रहे हैं। केंद्रों और स्कूलों में किताबों के रखरखाव में लापरवाही की शिकायत शासन तक भी पहुंच चुकी है। उधर, इसमामले में 8 जुलाई को ही राज्य परियोजना निदेशक ने बीएसए को हिदायत दी है। बच्चों के लिए किताबों को बीआरसी और एनपीआरसी केंद्रों पर पहुंचाया जा रहा था। इनमें से काफी जगहों पर किताबें बच्चों को बंट भी चुकी हैं लेकिन अभी भी केंद्रों पर काफी किताबें हैं। लापरवाही को लेकर राज्य परियोजना निदेशक अमृता सोनी ने बीएसए को मेल के जरिए सूचित किया है। अमृता सोनी ने स्पष्ट लिखा है कि लापरवाही बरतने की शिकायत मिल रही हंै।
बीएसए अपने जिले में प्रत्येक केंद्र प्रभारी, खंड शिक्षा अधिकारी और हेड मास्टर को किताबों को सुरक्षित रखने को निर्देशित करें। किताबों के मामले में अव्यवस्था बरते जाने पर खंड शिक्षा अधिकारी और हेड मास्टर की जवाबदेही होगी। वहीं नगर शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्टॉक की गई किताबों के कमरे में सीलन आ चुकी है। इसके साथ ही किताबों को चूहे भी कुतर रहे हैं। जबकि नगर शिक्षा अधिकारी लालमणि मिश्रा ने बताया कि किताबें सुरक्षित रखी हैं। सभी सेंटर अपनी किताबें ले जा चुके हैं रजापुर ब्लॉक की किताबें रह रही हैं, वे भी जल्द ही किताबें ले जाएंगे।
गाजियाबाद। स्टांप विभाग के अधिकारी और कर्मचारी आजकल चूहों के आतंक से दहशत में है। चूहे यहां रखे रिकार्ड को तो कुतर ही रहे हैं, साथ ही साथ किसी चुपके से लोगों के पैर भी कुतर जाते हैं। दहशत इस कदर है कि कार्यालय में अगर लाइट चली जाए तो कर्मचारी कुर्सी के ऊपर ही पैर रखकर बैठते हैं। चूहों ने मंगलवार को भी स्टांप विभाग के कर्मचारी अजमल खां के पैर को कुतरकर उसे घायल कर दिया। एक कर्मचारी ने बताया कि कार्यालय के बराबर में बने रिकार्ड रूम में चूहें कई फाइलों को कुतरकर बेकार कर चुके हैं।
इस कार्यालय में करीब पचास साल का रिकार्ड है।
किताबें भी कुतर रहे
गाजियाबाद। बच्चों तक पहुंचने से पहले ही किताबों को चूहे कुतर रहे हैं। केंद्रों और स्कूलों में किताबों के रखरखाव में लापरवाही की शिकायत शासन तक भी पहुंच चुकी है। उधर, इसमामले में 8 जुलाई को ही राज्य परियोजना निदेशक ने बीएसए को हिदायत दी है। बच्चों के लिए किताबों को बीआरसी और एनपीआरसी केंद्रों पर पहुंचाया जा रहा था। इनमें से काफी जगहों पर किताबें बच्चों को बंट भी चुकी हैं लेकिन अभी भी केंद्रों पर काफी किताबें हैं। लापरवाही को लेकर राज्य परियोजना निदेशक अमृता सोनी ने बीएसए को मेल के जरिए सूचित किया है। अमृता सोनी ने स्पष्ट लिखा है कि लापरवाही बरतने की शिकायत मिल रही हंै।
बीएसए अपने जिले में प्रत्येक केंद्र प्रभारी, खंड शिक्षा अधिकारी और हेड मास्टर को किताबों को सुरक्षित रखने को निर्देशित करें। किताबों के मामले में अव्यवस्था बरते जाने पर खंड शिक्षा अधिकारी और हेड मास्टर की जवाबदेही होगी। वहीं नगर शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्टॉक की गई किताबों के कमरे में सीलन आ चुकी है। इसके साथ ही किताबों को चूहे भी कुतर रहे हैं। जबकि नगर शिक्षा अधिकारी लालमणि मिश्रा ने बताया कि किताबें सुरक्षित रखी हैं। सभी सेंटर अपनी किताबें ले जा चुके हैं रजापुर ब्लॉक की किताबें रह रही हैं, वे भी जल्द ही किताबें ले जाएंगे।