गाजियाबाद। मानव संसाधन विकास मंत्रालय और जापान-ईस्ट एशिया नेटवर्क ऑफ एक्सचेंज फॉर स्टूडेंट्स (जेनेसिस) प्रोग्राम के तहत गाजियाबाद के छात्र शशांक सक्सेना को जापान दौरे का मौका मिला। जापान दौरे के चौथे बैच के 80 स्टूडेंट्स में शामिल शशांक ने बताया कि उनका जापान का 12 दिनों का दौरा काफी यादगार रहा। उन्होंने बुलेट ट्रेन की सवारी करने के साथ जापानी तकनीक को बड़े करीब से देखा। शशांक ने कहा कि जापान की तकनीकी महारत देख वह चकित रह गए। सेंट्रल एक्साइज में सुपरिंटेंडेंट शशांक के पिता राजकुमार बेटे की इस उपलब्धि से काफी खुश हैं। जेनेसिस प्रोग्राम के तहत भारत से पांच बैच को जापान का दौरा करना है, इनमें से गाजियाबाद के शशांक सक्सेना चौथे बैच में शामिल थे। शशांक ने बताया कि 19 से 30 मई तक जापान के 12 दिवसीय शैक्षणिक और सांस्कृतिक दौरे में आईसीएसई की ओर से देशभर से 10 स्टूडेंट्स का चुनाव किया गया था। इनमें गाजियाबाद से वे अकेले विद्यार्थी थे। सेंट मैरी स्कूल के छात्र शशांक ने बताया कि उन्हें जापान में वेस्ट से सीएनजी बनाने का प्लांट और भूकंपरोधी बिल्डिंग की तकनीक देखने का मौका मिला।