पड़ोसी मुल्क के दल ने जानी भारत की माइक्रो प्लानिंग
अफसरों के साथ आईं पीएम जरदारी की बहन डाॅ. अजरा
गाजियाबाद/साहिबाबाद/मोदीनगर। अपने मुल्क से पोलियो के खात्मे के लिए भारत की माइक्रो प्लानिंग को जानने गाजियाबाद पहुंचे पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को शहर के कई इलाकों का दौरा किया। उन्होंने समझने की कोशिश की कि पोलियो के खिलाफ जंग में कहां कमी रह गई है, जिसकी वजह से पाकिस्तान में पोलियो का खात्मा नहीं हो सका। दल का जोर घुमंतू परिवारों में बच्चों के पोलियो वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पर केंद्रित रहा। दल ने माना कि घुमंतुओं पर बेहतर प्लानिंग नहीं होना, उनके मुल्क की बड़ी कमी रही है। घुमंतू पस्तून कबीले में पोलियों के 75 फीसदी मामले सामने आए हैं।
नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को लीड कर रही पाक प्रधानमंत्री की स्पेशल असिस्टेंट शाहनाज वली अली ने कहा कि इस्लाम पोलियो की दवा पीने पर पाबंदी नहीं लगाता। इस्लाम में कहा गया है कि अपनी औलाद को हर खतरे से महफूज रखा जाए। पाक में मौलवियों ने फतवों के जरिए पोलियो की वैक्सीन पिलाने की अपील भी की मगर कहीं न कहीं हमारी कमी रह गई। उन्होंने अपने मुल्क में पोलियो की जमीनी हकीकत पर चिंता व्यक्त की। पाक राष्ट्रपति की बहन और नेशनल टास्क फोर्स फॉर पोलियो की सदस्य डा. अजरा फजल ने कहा कि पाकिस्तान में पोलियो के खात्मे के लिए भारत में इस्तेमाल माइक्रो प्लानिंग को समझना जरूरी है।
इससे पहले डेलीगेशन के सफर की शुरुआत सीएमओ कार्यालय से हुई। सीएमओ डा. अजेय अग्रवाल और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. शिरीष जैन ने दल के साथ अनुभव साझा किए। पाक अफसरों ने यहां से मुरादनगर सीएचसी, शहजादपुर स्थित भट्ठे और टीएचए की भोवापुर की मलिन बस्ती में घुमंतू समुदायों में पोलियो अभियान की चुनौतियों का अनुभव किया। इसके बाद कलेक्ट्रेट में डीएम के साथ मीटिंग की।
पाक से यहां हुई चूक
घुमंतू परिवारों में टीकाकरण
वैक्सिनेशन से छूटे बच्चों की ट्रैकिंग
नवजात शिशुओं की ट्रैकिंग
कार्ययोजना को अपडेट रखना
घुमंतू परिवारों के कार्ययोजना में प्रवेश की प्रक्रिया
वैक्सीनेटर्स का चयन
अभियान की मॉनीटरिंग और पर्यवेक्षण
पाकिस्तान एक नजर में
वर्ष 2011 में पाकिस्तान में 198 पोलियो के केस रिपोर्ट किए गए। वर्ष 2012 में सफलता हाथ लगी और 16 केस ही रिपोर्ट हुए।
अभियान वर्किंग डे में
पाकिस्तान में पोलियो अभियान वर्किंग डे पर चलाया जाता है, जबकि भारत में साप्ताहिक छुट्टी के लिए रविवार को। सोमवार वर्किंग डे होने के चलते भी अभियान को सफलता नहीं मिल पा रही है।
2009 से एक भी मामला नहीं
गाजियाबाद में वर्ष 2009 में सबसे ज्यादा 31 पोलियो के मामले दर्ज किए गए थे। तब से लेकर अब तक कोई भी मामला नहीं आया है। गौरतलब है कि भारत के इसी वर्ष पोलियो मुक्त देश करार दिया गया है।