गाजियाबाद भारत का ऐसा शहर है, जहां हर साल बड़ी संख्या में देश-विदेश के लोगों का प्रवास होता है। इनमें बंगाल, बिहार, पूर्वी यूपी से बड़ी संख्या में मजदूर भी होते हैं, जो रोजगार के सिलसिले में अपने परिवारों के साथ यहां आते हैं और कुछ महीने मेहनत-मजदूरी के बाद फिर अपने इलाकों में लौट जाते हैं। पाकिस्तान सरकार यह जानना चाहती है कि आखिर पोलियो को लेकर गाजियाबाद प्रशासन बाहरी लोगों की समस्या से कैसे निपटता है। यही वजह है कि पाकिस्तानी दल दो दिन बाद गाजियाबाद भेजा जा रहा है।
गाजियाबाद। हिंदुस्तान ने तो पोलियो को परास्त कर डाला है मगर पाकिस्तान इसे दूर नहीं भगा पा रहा। पोलियो मुक्ति के गुर सीखने के लिए पाकिस्तान के अफसर और नेता यहां आ रहे हैं। 1 जून को पाकिस्तानी प्रतिनिधि मंडल गाजियाबाद पहुंचेगा। दल के दौरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। गाजियाबाद प्रशासन विदेशी मेहमानों की सुरक्षा इंतजामों में जुट गया है। मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फेमिली वेलफेयर भारत सरकार के डिप्टी कमिश्नर (इम्युनाइजेशन) डा. प्रदीप हलदर ने यूपी के प्रमुख सचिव हेल्थ को पत्र भेजकर पाकिस्तानी दल के प्रस्तावित दौरे की जानकारी दी है। यहां बता दें कि पाकिस्तान पोलियो से लड़ने में नाकाम साबित हो रहा है। हालात इतने गंभीर कि वहां 2012 में ही अब तक पोलियो के 15 नए केस आ चुके हैं। इसलिए पाकिस्तान सरकार अपनी टीम गाजियाबाद भेज रही है।