बेदर्द बिजली ने किया सितम, गर्मी से निकला महानगर का दम
बिजली के झटके जिंदगी पर भारी पड़ रहे हैं। पारा आसमान पर है तो ऐसे पावर कारपोरेशन नो कट जोन गाजियाबाद के साथ मजाक कर रहा है। 24 घंटे बिजली के वादों के बीच इसकी आधी बिजली भीनहीं दी जा रही। बिजली कटौती से मंगलवार को भी राहत नहीं मिली। 13 घंटे के पावर कट ने लाखों लोगों की जैसे जान ही निकाल दी। सोमवार रात 12 से मंगलवार की रात 12 बजे तक 24 घंटे के दौरान महज 11 घंटे ही बिजली मिली। रात में ट्रांसमिशन के सब स्टेशनों में ब्रेक डाउन से हालात खराब रहे तो दिन में पूरा महानगर ओवर लोडिंग की मार से झेलता रहा। ट्रांस हिंडन के हालात और भी बदतर हो गए, जहां बस 9 घंटे ही बिजली नसीब हुई। 24 में 15 घंटे की कटौती ने सबको खून के आंसू रोने पर मजबूर कर दिया।
हाल-ए-अस्पताल
गाजियाबाद/साहिबाबाद (ब्यूरो)। एमएमजी और महिला अस्पताल में पांच जनरेटरों के जरिए आपूर्ति होती है। डीजल भी रहता मगर मरीजों को दिन में कम से कम दो घंटे बिजली नहीं मिलती है। मरीजों की मानें तो बिजली जाने और जनरेटर स्टार्ट किए जाने में आधा घंटा ले लिया जाता है।
उद्योग भी प्रभावित
गाजियाबाद-साहिबाबाद के औद्योगिक क्षेत्रों में पिछले 15 दिनों से दिन में चार घंटे की कटौती हो रही है। उत्पादन में 30 फीसदी की गिरावट हैं। गाजियाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण शर्मा और राजेंद्र नगर औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष निर्मल सिंह नामधारी ने बताया कि काफी नुकसान हो रहा है।