खतरे में फूड चेन ः आईयूसीएन की रिपोर्ट में खुलासा
साहिबाबाद। इंसानों की हिफाजत ने कुदरत ने हमें ‘फूड चेन’ की सौगात सौंपी है। विकास की आंधी इसे ही मिटाने पर तुली है। खतरनाक बात ये है कि आसमान में झांकती इमारतों के मानव दोस्त जीवों की तादाद खतरनाक तरीके से घट रही है। इंटरनेशनल यूनियन कंजर्वेशन ऑफ नेचर की पिछले दिनों जारी रिपोर्ट में फूड चेन पर गहरा रहे संकट का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में 45 फीसदी प्रजातियों के विलुप्त होने की आशंका जताई गई है।
मंगलवार को ‘वर्ल्ड बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन डे’ है। डीएफओ यशपाल सिंह मलिक ने कहा कि गाजियाबाद में फूड शृंखला बुरी तरह प्रभावित है। इसे मेंटेन करने के लिए काम किया
जा रहा है मगर ये गैप काफी बढ़ गया है।
घट रहे जीव ः गिद्ध, कछुआ, ऊदबिलाव, बटेर, बुलबुल, नीलकंठ, मैना, बया, चितली बिल्ली, इनकी घटी मोर, गौरैया, गिलहरी, छिपकली, चील, बाज, तीतर, नेवला, सारस बगुला, कौआ, टिटहरी