मोदीनगर। मेरठ-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर सोमवार सुबह अलग-अलग जगहों पर ट्रेन से कटकर दो व्यक्तियों की मौत हो गई। पुलिस ने शिनाख्त होने के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतकों में एक मुरादनगर आर्डिनेंस फैक्ट्री में कार्यरत था। दूसरा मेरठ मोहउद्दीनपुर निवासी किसान था।
पहली घटना कादराबाद चौकी के पीछे रेलवे ट्रैक पर हुई। मोहउद्दीनपुर निवासी राजपाल (64) कादराबाद में आयोजित निरंकारी सत्संग में शामिल होने आया था। सुबह 8:30 वह रेलवे लाइन के रास्ते पैदल गांव लौट रहा था। तभी दिल्ली की ओर से आ रही शताब्दी ट्रेन की चपेट में आकर उसकी मौत हो गई। दूसरी घटना रोरी फाटक से पहले सुचेतापुरी कालोनी के सामने हुई। सुचेतापुरी निवासी मोहन (34) पुत्र बैजनाथ मुरादनगर आर्डिनेंस फैक्ट्री में नौकरी करता था। पिता बैजनाथ के मुताबिक मोहन मानसिक बीमारी से ग्रस्त था। उसका इलाज मेरठ में चल रहा था। सुबह करीब 09:30 वह घूमने जाने की बात कहकर घर से गया था। कालोनी के सामने मेरठ की ओर से आ रही शालीमार ट्रेन की टक्कर से उसकी मौत हो गई। मोहन शादीशुदा होने के साथ दो बच्चों का पिता था। मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी कल्पना का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं दो मासूमों खुशबू (6) और वैभव (4) के सिर से बाप का साया उठ गया।