गाजियाबाद। महामाया स्टेडियम का स्वीमिंग पूल घोटाले का अखाड़ा बन गया है। बार बार जांच हो रही हैं। जांच अफसरों को खामियां मिल रही हैं। प्रशासन से लेकर शासन तक रिपोर्ट भेजी जा रही है। बावजूद इसके निर्माण एजेंसी पर कोई कार्रवाई नहीं है। उल्टे स्वीमिंग पूल के हैंडओवर की तैयारियां की जा रही हंै। एक बार फिर स्वीमिंग पूल के निर्माण में धांधली की जांच शुरू हुई है। शनिवार को एडीएम सिटी केके चौधरी ने स्वीमिंग पूल का औचक निरीक्षण किया। पूल की कमियों को देखा। अब देखना है एडीएम सिटी सिटी की रिपोर्ट पर कब किस तरह का और क्या एक्शन होगा।
पिछले छह महीने से निर्माण एजेंसी लर्नर और डाइविंग पूल को के हैंडओवर करने की कोशिश कर रही है। हाल ही में निर्माण एजेंसी सीएंडडीएस के जीएम ने स्वीमिंग पूल को कंप्लीट बताते हुए हैंडओवर करने के लिए पत्र लिखा था। उधर खेल विभाग स्वीमिंग पूल को खिलाड़ियों के घातक बता रहा है। बता दें कि खेल विभाग की शिकायत पर स्वीमिंग पूल की तकनीकी टीम जांच कर चुकी है। पिछले सप्ताह डीएम ने तकनीकी टीम की सिफारिशों की वास्तविकता परखने का जिम्मेदारी एडीएम सिटी केके चौधरी को सौंपी थी। साथ ही सीएंडडीएस के किसी भी तरह के भुगतान पर पाबंदी लगाई थी। शनिवार को एडीएम सिटी केके चौधरी एक्शन में आ गए। अब तक हुई तमाम जांचों की पड़ताल करने शनिवार दोपहर दो बजे महामाया स्टेडियम पहुंच गए। खेल अफसरों से स्वीमिंग पूल के बारे में जानकारी की। एडीएम सिटी केके चौधरी ने बताया कि जल्द ही जांच पूरी कर रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जाएगी।