प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वाजपेई ने माना, गुटबाजी से हारी पार्टी
साहिबाबाद। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद लक्ष्मीकांत वाजपेई पहली बार गाजियाबाद आए तो विधानसभा चुनाव की कसक छिपा नहीं सके। उन्होंने कहा कि हार की अहम वजह अंदरूनी कलह थी। मंथन पूरा हो चुका है। अब निकाय चुनाव में नेता नहीं, जमीन से जुड़े कार्यकर्ता ही टिकट पाएंगे। इतना ही नहीं, टिकट प्रदेश स्तर से नहीं, बल्कि जिले से तय होंगे। शनिवार शाम मोहननगर स्थित कृष्णा इंजीनियरिंग कालेज में कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव की हार का मंथन हो चुका है। अब पार्टी निकाय चुनाव के लिए कमर कस चुकी है। तरह कमर कस चुकी है। इसीलिए वे जिले-जिले जाकर संवाद कार्यक्रम कर रहे हैं और कार्यकर्ताओं के दिल की बात जान रहे हैं। वाजपेई बोले, आगे उन्हीं कार्यकर्ताओं को पार्टी संगठन में जगह मिलेगी जो संवाद कार्यक्रमों में अपनी महत्ता साबित कर देंगे। पार्टी में महिलाओं की अनदेखी के सवाल पर वाजपेई बोले, जो सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी, वहां सिर्फ महिला कार्यकर्ता ही चुनाव लड़ेंगी। कार्यकर्ता की पत्नी को टिकट नहीं मिलेगा। देहात की नई टीमों की घोषणा भी जल्द होगी।
उन्होंने सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कि अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। बेरोजगारी भत्ता देने का सरकार का वादा भी झूठा है। कार्यक्रम में पंकज सिंह, दमयंती गोयल, एसपी सिंह, रूप चौधरी, अशोक गोयल, विजय मोहन, सुनील शर्मा, तेलूराम कांबोज, राजेश त्यागी आदि रहे।