वसुंधरा। बेटे की चाह में कन्याओं का गर्भ में ही गला घोंट देना घोर अपराध है। कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए सामूहिक भागीदारी जरूरी है। शनिवार को वसुंधरा सेक्टर-4 स्थित मेवाड़ इंस्टीट्यूट में वक्ताओं ने यही विचार रखे।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की ओर से स्वास्थ्य जागरूकता अभियान के तहत आयोजित सेमिनार में आईएमए की वरिष्ठ सदस्य डा. मधु पोद्दार ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या मानवता पर कलंक है। इंस्टीट्यूट की निदेशिका डा. अलका अग्रवाल ने कहा कि अगर अभी नहीं चेते तो भविष्य में विकट स्थिति पैदा हो जाएगी। संस्थान के अध्यक्ष अशोक कुमार गदिया ने सभी को आभार कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जागरूकता आंदोलन चलाने पर आभार जताया। इस मौके पर डा. प्रह्लाद चावला, डा. जेएन बनावालिकर, डा. राजीव सक्सेना, डा. आरके पोद्दार मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन बायोटेक विभाग की परमिता शर्मा ने किया।