डेढ़ महीने से गांव में नहीं है बिजली
गर्मी में चढ़ता जा रहा ग्रामीणों का पारा
कारपोरेशन नहीं बदल रहा ट्रांसफार्मर
गाजियाबाद। आइये, आपको इकला ले चलते हैं। महानगर से मात्र 15 किमी दूर डासना क्षेत्र में पांच हजार आबादी का यह गांव व्यवस्था से जंग लड़ रहा है। डेढ़ महीने से बिना बिजली यहां की आबादी कैसे रह रही है, इसका अंदाजा बिना बिजली के एक मिनट भी न रहने वाले अफसर नहीं लगा सकते। लोग दिन भर धूप में तपते हैं और रात में मच्छरों से लड़ते हैं। घुप अंधेरा बच्चों को डराता है। चोरों को मौके देता है।
दिक्कत कहां है
इकला को डासना रघुनाथपुर विद्युत सब स्टेशन से बिजली मिलती है। ट्रांसफार्मर डेढ़ महीने पहले तेज आवाज के साथ फुंक गया, जिसके बाद से बदला नहीं गया। सब स्टेशन पर तैनात जेई की लोगों ने खूब मिन्नतें की। गुस्साए लोगों घेराव भी किया मगर कोई फर्क नहीं पड़ा। अब गांववाले निराश बैठे हैं।
15 हजार नहीं तो ट्रांसफार्मर नहीं
ग्रामीणों का आरोप है कि जेई ट्रांसफार्मर बदलने को 15 हजार मांगता है। कहता है, ट्रांसफार्मर गांव से लाने-ले जाने में आने का खर्च 15 हजार बैठेगा। पैसा नहीं िमलेगा तो ट्रांसफार्मर नहीं बदलेंगे।