पांच माह में 65 लोगों ने नहर में लगाई छलांग
पांच की डूबने से हुई मौत, बाकी को बचाया
ज्यादातर घटनाएं हाईवे स्थित पुल के पास हुईं
पुलिस-प्रशासनिक अफसर नहीं दे रहे ध्यान
मोदीनगर। जिस गंगाजल के आचमन मात्र से पाप दूर हो जाते हैं, लोग उसी में डूबकर मरने पर आमाद है। मोदीनगर से निकल रही गंगनहर जैसे सुसाइड कैनाल बन गई है। पांच माह में यहां 65 लोग कूदकर आत्महत्या की कोशिश कर चुके हैं। इनमें पांच लोगों की जान भी जा चुकी है। यहां लगातार आत्महत्या की घटनाएं हो रही हैं पर इसके बाद भी पुलिस अधिकारी मुंह फेरे हैं।
गंगनहर से आ रहा गंगाजल दिल्ली-एनसीआर को जिंदगी दे रहा है। अफसोस, मुरादनगर में यही गंगनहर आत्महत्याओं की गवाह बन रही है। वर्ष 2012 में अब तक मुरादनगर क्षेत्र में 35 महिलाएं, 30 पुरुष आत्महत्या के लिए गंगनहर में कूद चुके हैं। अधिकांश ने जान देने के लिए हाईवे-58 स्थित पुल के पास के स्थान को चुना। जिनमें पांच की डूबने से मौत हो चुकी है।
बता दें कि मध्य गंगनहर के पुल पर पुलिस चौकी है। लेकिन इन पुलिस कर्मियों के पास नहर में सुसाइड करने वालों को रोकने के लिए कोई योजना नहीं है।