सर्राफ अतुल गोयल हत्याकांड
गाजियाबाद । ‘एसएसपी अंकल प्लीज! मेरे पापा के कातिलों को पकड़ लीजिए। 19 महीने पहले मेरे पापा का मर्डर किया गया था।’ ये अल्फाज अतुल गोयल के सात वर्षीय पुत्र केशव के हैं, जो मंगलवार को चाचा अशोक, बड़े भाई शुभम और मां रीता के साथ पुलिस कप्तान से मिलने आया था। केशव की बात सुनकर उसके परिजनों की आंखें नम हो गई। एसएसपी ने मासूम को दिलासा दिया और कहा कि वह केस बंद नहीं होने देंगे।
सर्राफ अतुल गोयल हत्याकांड में पुलिस के फाइनल रिपोर्ट लगाने का पता परिजनों को ‘अमर उजाला’की खबर से चला। पुलिस के इस रवैये से अतुल के परिजन खासे नाराज हैं। उनका कहना है कि पुलिस कोशिश तो कर सकती है। केस से पल्ला झाड़ लेना कहां की पुलिसिंग है। एसएसपी ने अतुल के परिवारवालों से हत्याकांड के बारे में तफ्सील से जानकारी ली। एसएसपी ने उनसे कहा कि वे इस केस में अब तक पुलिस की इन्वेस्टीगेशन की जानकारी करेंगे। एफआर कोर्ट में सम्मिट की जा चुकी है, लिहाजा वापस लेकर केस को कैसे रीओपन करें, इस बारे में कानून विशेषज्ञों से बात करेंगे। अशोक गोयल ने बताया कि वारदात के दिन 23 अक्तूबर 10 को अतुल केशव को अपने साथ दुकान पर ले गए थे और दो मिनट में आने की बात कहकर निकले थे। केशव को उन्होंने दुकान पर ही छोड़ दिया था। तब केशव की उम्र 5 थी।