आरुषि-हेमराज मर्डर केस ः 6 हजार दस्तावेजों की फोटो कापी कराने को सीबीआई ने मांगा समय
गाजियाबाद। आरुषि-हेमराज मर्डर केस के आवश्यक दस्तावेज लेकर सीबीआई टीम मंगलवार को कोर्ट तो पहुंच गई, मगर इन दस्तावेजों की फोटो कापी कराने के लिए कोर्ट से समय मांग लिया। न्यायाधीश ने सीबीआई को फटकार लगाते हुए बुधवार तक का समय दिया है। फिलहाल सीबीआई ने कोर्ट के समक्ष मामले से संबंधित तीन सीडी (कॉम्पेक्ट डिस्क) की सील खुलवाकर उनकी कापी डिफेंस को सौंप दी। उधर, नूपुर बेटी की याद में उपवास रखेंगी।
मंगलवार साढे़ दस बजे सीबीआई टीम आरुषि-हेमराज मर्डर केस से संबंधित वो दस्तावेज और सील लगी सीडी लेकर पहुंची, जिनके लिए सीबीआई विशेष न्यायाधीश एस.लाल ने सीबीआई को आदेश दिया था कि वह उक्त दस्तावेज तलवार दंपति के वकील को सौंपे। कोर्ट ने सभी दस्तावेज सौंपने के लिए सीबीआई को मंगलवार दोपहर 2 बजे तक का समय दिया था। सीबीआई की ओर से वरिष्ठ लोक अभियोजक बीके सिंह ने कोर्ट को बताया कि कुल दस्तावेजों की संख्या 6 हजार है। ऐसे में इनकी फोटो स्टेट कापी कराने में सीबीआई को कुछ समय और चाहिए। इस पर न्यायाधीश ने सीबीआई को फटकार लगाई। सीबीआई अधिकारियों ने विनती करते हुए भरोसा दिलाया कि बुधवार तक सभी दस्तावेज डिफेंस को उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इसके बाद कोर्ट केसमक्ष ही आरुषि-हेमराज कांड से संबंधित सील रखी तीन सीडी को खोला गया।
सीबीआई बोली : पुख्ता सबूत, डिफेंस बोला : हवा हवाई
आरुषि-हेमराज मर्डर केस को चार साल बीत चुके हैं। सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट के बाद कोर्ट के आदेश पर मामला फिर से ओपन हो चुका है। चार्ज को लेकर संभवत: बुधवार को बहस हो सकती है। सीबीआई के लोक अभियोजक कहते हैं कि जितने भी साक्ष्य हैं, वह तलवार दंपति को कातिल साबित करने को काफी हैं। वहीं बचाव पक्ष का कहना है कि सीबीआई के दावे हवा-हवाई हैं।
परिस्थितियां तलवार दंपति के खिलाफ हैं। बंद मकान में दो-दो मर्डर हो जाते हैं और दंपति को जानकारी तक नहीं हो पाई। -आरके सैनी, वरिष्ठ लोक अभियोजक सीबीआई
घटना स्थल के हालात और अन्य परिस्थितियों को देखते हुए तलवार दंपति के खिलाफ काफी सबूत हैं।- बीके सिंह, वरिष्ठ लोक अभियोजक सीबीआई
हवा में पूरा मामला है। ऐसा लगता है कि कोर्ट सीबीआई के दबाव में है। विजयपाल सिंह राठी, तलवार के वकील