फतेहपुर। जिले में बढ़ रहे कुपोषण को अब दुलार एप के जरिये रोका जाएगा। एप से जुड़ने के लिए अभिभावकों को केवल 08068971703 मिस्ड काल देना होगा। इसके बाद उन्हें बच्चों के बौद्धिक विकास से लेकर खानपान तक की पूरी जानकारी दी जाएगी। पहले चरण में योजना छह आकांक्षी जिलों में लागू की जा रही है।
कुपोषण को हराने के लिए सरकार ने एप की शुरुआत की है। अभिभावक 08068971703 पर मिस्ड कॉलकर एप पर अपना पंजीयन करा सकते हैं। मिस्ड कॉल पर दुलार एप सक्रिय हो जाएगा। इसके बाद अभिभावक से फोन कर बच्चे से जुड़ी जानकारी ली जाएगी।
समस्या सुनने के बाद बच्चों के बौद्धिक विकास, कुपोषण से निजात के लिए खानपान की समय सीमा, भोजन में शामिल पोषक तत्वों की जानकारी दी जाएगी। यूनिसेफ की मदद और पिरामल फाउंडेशन के सहयोग से उत्तरदायी पालन-पोषण कार्यक्रम संचालित किया जाएगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब सिंह यादव बताया कि पहले चरण में आकांक्षी जिलों फतेहपुर, बहराइच, सोनभद्र, बलरामपुर, श्रावस्ती, चंदौली में योजना चलेगी। सफल होने पर पूरे प्रदेश में लागू की जाएगी। उन्होंने बताया कि ब्लाकवार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा। कार्यकर्ताओं को अधिक से अधिक अभिभावकों के नंबर पर मिस्ड कॉल कराने के निर्देश दिए गए हैं।
ऐसे संचालित होंगे कार्यक्रम
दुलार एप से लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अभिभावकों से संपर्क करेंगी। मोबाइल नंबर पर मिस्ड कॉल कराएंगी। कुछ देर बाद वेलकम कॉल उठाने के लिए कहेंगी। वेलकम कॉल में पूछे जाने वाले सवालों के जवाब देना होगा। उम्र बताने के लिए शून्य से तीव साल के बच्चे के लिए दो का बटन दबाना होगा। सुबह आठ बजे के लिए एक, दोपहर 12 बजे के लिए दो और शाम चार बजे सुनने के लिए तीन का बटन दबाना होगा। जिले के चयन के लिए हैच का बटन दबाना होगा।