फतेहपुर। सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत आधारित जनगणना के पहले दिन से ही ब्रेक लग गए। दरअसल शासन स्तर से एनालागिंग व्यवस्था पहले दिन से ही चरमरा जाने से गणना में रोड़ा अटक गया। एनालागिंग के तहत जनगणना निदेशालय ने संबंधित डाटा आईटीआई को चिप के माध्यम से उपलब्ध कराया था और आईटीआई के पास ही यह जिम्मेदारी थी कि वह जिलेवार टैबलेट पीसी के आपरेटरों को उक्त डाटा उनके जनपदों की स्थितियों के अनुसार उपलब्ध कराएगी।
एक जून शुक्रवार से शुरू होने वाली जनगणना अभी रुकी हुई है। जानकारी के अनुसार पूर्व में हुई राजस्व ग्रामवार जनगणना के जो आंकड़े जनगणना निदेशालय भेजे गए थे। उन्हें आर्थिक, सामाजिक और जातीय गणना में प्रयोग करने के लिए जनगणना निदेशालय को कार्यदायी संस्था आईटीआई को एक चिप में उपलब्ध कराना था। दरअसल गणना की मौके पर ही टेबलेट पीसी पर फीडिंग करने के लिए साफ्टेवयर से संबंधित कार्यभार का जिम्मा आईटीआई को दिया गया है। और आईटीआई ने जिलेवार अलग-अलग गैर सरकारी संस्थानो को टैबलेट पीसी उपलब्ध कराकर जिले का काम संभालने के नियुक्त किया था। अब माजरा यह है कि जब निदेशालय से आईटीआई को ही डाटा चिप उपलब्ध नहीं हुई तो आईटीआई भी जनपद की नामित संस्था को डाटा नहीं दे सकी। लिहाजा आपरेटरो के पास पीसी में किसी प्रकार के डाटा उपलब्ध नहीं है। जिससे तीन दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक गणना शुरु नहीं की जा सकी है। हलांकि इस संबंध में गणना कार्यक्रम के प्रभारी प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी अनुराग पटेल ने कहा कि मामला संज्ञान में है, दरअसल आपरेटरों की संस्था भी गैर जनपद की है। जिस कारण उससे संपर्क नहीं हो सका था। जनगणना निदेशालय को पत्राचार कर संस्था का डाटा चिप उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। शीघ्र ही काम शुुरु कर दिया जाएगा। जनगणना कार्य में लगे प्रगणको को इस बार मानदेय के अतिरिक्त यात्रा भत्ता और प्रशिक्षण भत्ता भी दिया जाएगा।
फतेहपुर। सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत आधारित जनगणना के पहले दिन से ही ब्रेक लग गए। दरअसल शासन स्तर से एनालागिंग व्यवस्था पहले दिन से ही चरमरा जाने से गणना में रोड़ा अटक गया। एनालागिंग के तहत जनगणना निदेशालय ने संबंधित डाटा आईटीआई को चिप के माध्यम से उपलब्ध कराया था और आईटीआई के पास ही यह जिम्मेदारी थी कि वह जिलेवार टैबलेट पीसी के आपरेटरों को उक्त डाटा उनके जनपदों की स्थितियों के अनुसार उपलब्ध कराएगी।
एक जून शुक्रवार से शुरू होने वाली जनगणना अभी रुकी हुई है। जानकारी के अनुसार पूर्व में हुई राजस्व ग्रामवार जनगणना के जो आंकड़े जनगणना निदेशालय भेजे गए थे। उन्हें आर्थिक, सामाजिक और जातीय गणना में प्रयोग करने के लिए जनगणना निदेशालय को कार्यदायी संस्था आईटीआई को एक चिप में उपलब्ध कराना था। दरअसल गणना की मौके पर ही टेबलेट पीसी पर फीडिंग करने के लिए साफ्टेवयर से संबंधित कार्यभार का जिम्मा आईटीआई को दिया गया है। और आईटीआई ने जिलेवार अलग-अलग गैर सरकारी संस्थानो को टैबलेट पीसी उपलब्ध कराकर जिले का काम संभालने के नियुक्त किया था। अब माजरा यह है कि जब निदेशालय से आईटीआई को ही डाटा चिप उपलब्ध नहीं हुई तो आईटीआई भी जनपद की नामित संस्था को डाटा नहीं दे सकी। लिहाजा आपरेटरो के पास पीसी में किसी प्रकार के डाटा उपलब्ध नहीं है। जिससे तीन दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक गणना शुरु नहीं की जा सकी है। हलांकि इस संबंध में गणना कार्यक्रम के प्रभारी प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी अनुराग पटेल ने कहा कि मामला संज्ञान में है, दरअसल आपरेटरों की संस्था भी गैर जनपद की है। जिस कारण उससे संपर्क नहीं हो सका था। जनगणना निदेशालय को पत्राचार कर संस्था का डाटा चिप उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। शीघ्र ही काम शुुरु कर दिया जाएगा। जनगणना कार्य में लगे प्रगणको को इस बार मानदेय के अतिरिक्त यात्रा भत्ता और प्रशिक्षण भत्ता भी दिया जाएगा।