धाता (फतेहपुर)। बिजली समस्या को लेकर लोगों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। बिजली कटौती से गुस्साए दर्जन भर गांवों के लोगों ने बुधवार को यहां पावर हाउस पर धरना देने के बाद घंटे भर तक सिराथू धाता मार्ग पर जाम लगाया। सड़क जाम की सूचना मिलने पर इलाकाई पुलिस ने पहुंचकर लोगों को समझा-बुझा कर किसी तरह जाम खुलवाया। धरना दे रहे ग्रामीणों पर एसडीओ के व्यंग्य कसने पर आंदोलन कर रहे लोग आक्रोशित हो गए। बाद में उपजिलाधिकारी ने सप्ताह भर के अंदर समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ। ग्रामीणों ने धमकी दी है कि सप्ताह भर के अंदर समस्या का समाधान न हुआ तो अबकी बड़े पैमाने पर आंदोलन छेड़ा जाएगा।
यहां के ग्रामीण इलाकों में अंधाधुंध बिजली कटौती हो रही है। सप्ताह भर हाल यह है कि 24 घंटे में बामुश्किल तीन-चार घंटे ही बिजली मिल रही है। इससे इस भीषण गर्मी में लोगों को खासी दिक्कत झेलनी पड़ रही है। लोगों की यह शिकायत भी है कि लो वोल्टेज की वजह से घरों में लगे बिजली के उपकरण शोपीस बन कर रह गए हैं। बड़े अफसरों से शिकायत के बाद भी नतीजा सिफर है। बिजली व्यवस्था पटरी पर न आने से गुस्साए सोनारी, परसितपुर, कबरहा, अजरौती, बहलौल, अढ़ौली, गोपालपुर सहित दर्जन भर गांवों के तमाम लोगों ने बुधवार को यहां के पावर हाउस पर धरना दिया। सुबह से पावर हाउस में डटे ग्रामीणों ने मोबाइल पर विभाग के एसडीओ से बातचीत कर समस्या हल करने की मांग की। बताते हैं कि बातचीत में एसडीओ ने व्यंग्यात्मक लहजे में ग्रामीणों को यह सलाह दे डाली कि पावर हाउस में धरना देने से बात नहीं बनेेगी। उन्हें लखनऊ जाकर आंदोलन करना चाहिए। इस पर ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा और खफा लोगों ने सिराथू-धाता मार्ग पर जाम लगा दिया। करीब एक घंटे बाद सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और सुलह समझौते से जाम खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित ग्रामीण नहीं माने। इस पर एसडीएम ने एक सप्ताह के अंदर बिजली समस्या के निराकरण का भरोसा दिलाया। इसके बाद ग्रामीणों ने जाम खत्म किया।